डूंगरपुर:भारत आदिवासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश मईडा व बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने टीएसपी क्षेत्र में संवैधानिक आधार पर आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग की है. इसके साथ ही आदिवासी व दलितों के हितों पर कुठाराघात का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा.
बीएपी के दोनों नेताओं ने बुधवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार आदिवासी क्षेत्र के हितों के साथ न्याय नहीं कर रही. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश मईडा ने टीएसपी क्षेत्र में आरक्षण व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि वर्तमान में टीएसपी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था में विसंगतियां हैं. इसे दूर करने की आवश्यकता है. इसके लिए उन्होंने टीएसपी क्षेत्र में संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग उठाई. साथ ही प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के मंत्री की अध्यक्षता में टीएसपी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके इसका निस्तारण करने की मांग भी की.
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सांसद राजकुमार रोत ने आदिवासी व दलितों के हितों पर कुठाराघात के आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों को लेकर वोटों की राजनीति करती है, लेकिन काम व विकास को लेकर सरकार आदिवासी व दलितों के साथ भेदभाव कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे में थानों व चौकियों पर आदिवासी व दलित अधिकारियों को ना लगाकर अन्य वर्गों के अधिकारियों को लगाया जा रहा है.
रोत ने कहा कि कांग्रेस समय में कडाना प्रोजेक्ट का टेंडर हुआ था, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार उस कार्य का वर्कऑर्डर नहीं निकाल रही है. जिले में मां बाड़ी केन्द्रों में पिछले 2 माह से पोषाहार की सप्लाई नहीं हो रही है. टीएडी होस्टल्स में सुविधाएं नहीं मिल रही. कॉलेजों में विद्या संबल योजना में लगे शिक्षकों को हटा दिया गया है, जिसके चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है. आसपुर विधायक उमेश मीणा व धरियावाद विधायक थावरचंद ने क्षेत्र के मुद्दे विधानसभा में उठाने की बात कही. इस दौरान बीएपी के जिला अध्यक्ष अनुतोष रोत भी मौजूद रहे.