बालोद में बीजेपी किसान मोर्चा अध्यक्ष पर ट्रांसफर के नाम पर पैसे उगाही के आरोप - बालोद का जिला भाजपा संगठन
Balod BJP Kisan Morcha बालोद का जिला भाजपा संगठन एक बार अवैध रूप से पैसे उगाही को लेकर चर्चा में है. भाजपा किसान मोर्चा के नेता और अध्यक्ष पन्ना साहू पर ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे उगाही करने के आरोप लगे हैं. शिकायत मिलने पर बीजेपी संगठन ने मियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं.
बालोद:प्रदेश में भूपेश सरकार के कार्यकाल में ट्रांसफर उद्योग फलने फूलने का आरोप कांग्रेस पर भाजपा लगाती रही. अब भाजपा सरकार में भी ट्रांसफर को लेकर छोटे नेताओं द्वारा अवैध उगाही के आरोप लग रहे हैं. भाजपा किसान मोर्चा के नेता और अध्यक्ष पन्ना साहू पर ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे उगाही करने के आरोप हैं. शिकायत मिलने पर बालोद भाजपा अध्यक्ष ने कार्रवाई के संकेत दिए हैं.
किसान मोर्चा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप: भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशल साहू को दिया गया एक शिकायत पत्र तेजी से वायरल हो रहा है. इस पत्र में किसान मोर्चा के अध्यक्ष पन्ना साहू की शिकायत की गई है कि वे ट्रांसफर कराने के नाम पर एक गरीब परिवार से पैसे ऐंठ रहे हैं. हालांकि, इस संबंध में किसान संगठन की तरफ से फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है. दूसरी ओर यह बात भी सामने आ रही है कि जिसके नाम का जिक्र शिकायत में किया गया है, उसे भाजपा एल्डरमैन के पद से नवाजने की तैयारी में है.
ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे लेने के आरोप: गुरुर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 2 निवासी बाहरु राम ठाकुर ने यह शिकायत की है. उन्होंने पत्र के माध्यम से बताया कि भाजपा किसान मोर्चा के नेता ने उनके पुत्र विजय कुमार ठाकुर का ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे लिए हैं. हांलाकि, शिकायत पत्र में राशि का उल्लेख नहीं किया गया है. लेकिन सूत्र बताते हैं कि 25 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर के एवज में लिए गए हैं.
भाजपा ने दिए कार्रवाई के संकेत: इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष पवन साहू ने कहा, "मीडिया के माध्यम से मुझे इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लगी है. यदि ट्रांसफर के नाम पर पैसा लिया गया है तो उसे वापस कराया जाएगा. पार्टी फोरम में मुझ तक यदि बात आती है तो पार्टी के नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इस तरह पार्टी की छवि धूमिल होते बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
दरअसल, छत्तीसगढ़ में सरकार किसी की भी हो, कई बार ट्रांसफर के नाम पर पैसे उगाही के केस सामने आए हैं. कांग्रेस और भाजपा हमेशा इस मुद्दे पर एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं. बालोद के जिला भाजपा संगठन में अवैध उगाही का यह पहला केस नहीं है. इससे पहले भी शासकीय योजनाओं के पात्र हितग्राहियों से पैसे लेने की बात सामने आई थी.