बालाघाट।लगातार बारिश से जिले में सबसे ज्यादा लांजी क्षेत्र प्रभावित हुआ है. सोमवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामों और महाराष्ट्र को जोड़ने वाले मार्गों में पानी भरा होने के कारण लगभग आधा दर्जन से ज्यादा क्षेत्रों का संपर्क कट गया. जबकि राजीव सागर डैम सहित महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ स्थित सिरपुर कोटरा तथा कालीसराड बांध के गेट खोले जाने के बाद लांजी के कई गांवों में जलस्तर काफी बढ़ गया. इधर, किसी भी अप्रिय घटना के बचने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
लांजी क्षेत्र के गांवों में हालात गंभीर
मंगलवार को लांजी में एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम ने लगभग 132 ग्रामीणों का रेस्क्यू किया. बैहर क्षेत्र में भी बाढ़ में फंसे लगभग 23 ग्रामीणों का रेस्क्यू किया गया. होमगार्ड कार्यालय के अनुसार 10 सितंबर को लांजी के तहत देवलगांव में बाघ नदी में फंसे 2 लोगों को स्थानीय गोताखोरों और एसडीईआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला. लगभग 70 ग्रामीणों के पानी में फंसने के कारण रेस्क्यू किया गया. उन्हें रस्सी के सहारे रास्ता पार कराया गया. उधर, कारंजा क्षेत्र के ग्राम परसोड़ी में छोटी बाघ नदी का जलस्तर बढ़ने से लगभग 60 लोगों के घर खाली कराए गए. सामान के साथ सुरक्षित रूप से लोगों को सोसाइटी में ठहराया गया.
घरों और नदी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया
वहीं लांजी उमरी में 10 सितंबर की रात्रि में 150 परिवारों की पानी में फंसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची लेकिन परिवारों ने अपने घर खाली करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद टीम ने उन्हें समझाइश देकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. इसी तरह 10 सितंबर को बिरसा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दमोह में 15 लोगों का रेस्क्यू किया गया. भंडेरी परसाटोला में मंदिर के पुजारी का रेस्क्यू, बैहर परसाटोला में एक ग्रामीण का रेस्क्यू, तन्नौर नदी में बाढ़ आ जाने से पटेलटोला में दो व्यक्तियो का रेस्क्यू, बैहर कोहका 4 लोगों का रेस्क्यू एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम द्वारा किया गया.