बहराइच :हरदी थाना क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवरों ने दहशत फैला रखी है. गुरुवार रात दो बच्चों पर हमला हुआ है. घायल बच्चों को पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां से दोनों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. वहीं जानवर की दस्तक की सूचना मिलने पर गांव पहुंचे वन अधिकारियों ने जायजा लिया. हालांकि अभी भेड़िया होने की पुष्टि नहीं हो सकी है. बहरहाल ग्रामीणों ने ऐहतियातन फिर से गांव में पहरेदारी करने का निर्णय लिया है. वहीं तेंदुए के हमले के भी मामले सामने आने लगे हैं.
हरदी थाना क्षेत्र के रमवापुर खुर्द गांव निवासी आरुष (6 माह) पुत्र रमेश अपनी मां फूलमती के साथ तीन दिन पहले ननिहाल घूमनी गांव आया था. फूलमती गुरुवार रात ढाई बजे अपने बच्चे को दूध पिला रही थी. तभी रात दो बजे जंगली जानवर आया. वह बच्चे को अपनी तरफ खींचने लगा. फूलमती ने बेटे को अपनी तरफ खींचने के सात ही शोर मचा दिया. इसके बाद परिजन दौड़ पड़े और आसपास के लोग भी पहुंचे गए. शोरगुल सुनकर जंगली जानवर खेतों की ओर भाग गया. जानवर के हमले के नौनिहाल लहूलुहान हो गया है. उसका मेडिकल काॅलेज में इलाज चल रहा है.
इसके अलावा हरदी थाना के ही क्षेत्र के ग्राम नकहा निवासी ममता (5) पुत्री तीरथ अपनी बहन के साथ सो रही थी. रात ढाई बजे के आसपास किसी जंगली जानवर ने हमला कर उस घायल कर दिया. परिजनों के शोर मचाने पर जानवर बालिका को छोड़कर चला गया. जंगली जानवर के हमले को लेकर ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीण भेड़िया होने की बात कह रहे हैं. हालांकि डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचा था. परिजनों से पूछताछ के बाद जांच की गई. परिजनों ने किसी जंगली जानवर की बात कही है, लेकिन भेड़िया होने की पुष्टि नहीं की है. एक स्थान पर कुत्तों के निशान पाए गए हैं. वन कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है.