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रोज 100 कदम उल्टा चलकर घुटने और कमर दर्द से पाएं आराम - Backward Walking Health Benefits

Backward Walking, Reverse Walking सीधे चलने की बजाय यदि उल्टा चलते हुए वॉकिंग की जाए तो इसका फायदा कई गुना ज्यादा मिलता है. जानकार बताते हैं कि हर रोज सीधा चलने के साथ ही यदि कुछ कदम उल्टा चला जाए तो घुटना दर्द, कमर दर्द, वात से मुक्ति मिलती है. Health Tips

Backward Walking
उल्टा चलने के फायदे (ETV Bharat Chhattisgarh)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jun 18, 2024, 2:35 PM IST

Updated : Aug 10, 2024, 6:48 AM IST

रायपुर: आमतौर पर लोग इवनिंग या मॉर्निंग वॉक के समय सीधे पैर वॉकिंग करते हैं. कोई 500 मीटर चलता है कोई 2 किलोमीटर चलता है और कोई 5 किलोमीटर भी चलता है. लेकिन सीधे पैर वॉकिंग करने की बजाय अगर कुछ देर उल्टे पैर वॉकिंग किया जाए तो इससे स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की बीमारियां दूर होती है. इसके फायदे भी दोगुने हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि उल्टे पैर चलना दिल दिमाग, घुटना दर्द, कमर दर्द, वात की बीमारी में काफी फायदेमंद माना जाता है.

रिवर्स वॉकिंग के फायदे (ETV Bharat Chhattisgarh)

उल्टा चलते समय शरीर को दिमाग करता है कंट्रोल: योग एक्सपर्ट छबिराम साहू ने बताया "सीधे पैर तो सामान्य तौर पर सभी लोग सीधा चलते हैं, लेकिन उल्टे पैर बहुत कम लोग चलते हैं. ऐसे में उल्टे पैर चलने से या वॉकिंग करने के भी कई फायदे हैं. सीधे पैर वॉकिंग करने से हमारी आंख खुली होती है और आंख के जरिए हम वॉकिंग करते हैं. आंख के माध्यम से ही पूरे शरीर का संचालन होता है. लेकिन जब हम उल्टे पैर चलते हैं या वॉकिंग करते हैं तो इसका पूरा संचालन ब्रेन या मस्तिष्क करता है. उल्टे पैर वॉकिंग करने से अलर्टनेस बढ़ता है. एकाग्रता बढ़ती है. इसके साथ ही शारीरिक समस्याओं के साथ ही मानसिक समस्या से भी राहत मिलती हैं."

घुटने के दर्द से मिलेगी राहत: एक्सपर्ट बताते हैं "उल्टे पैर वॉकिंग करने से ब्रेन शांत होने के साथ ही ब्रेन से संबंधित बीमारियां भी दूर होती है. सीधे पैर जब चलते हैं या वॉकिंग करते हैं तो शरीर का पूरा भार एड़ियों पर होता है. इसका सीधा असर घुटने पर पड़ता है. जिसके कारण घुटना दर्द की समस्या शुरू हो जाती है. उल्टे पैर चलने या वॉकिंग करने से शरीर का बैलेंस पंजों पर होता है. ऐसा करने से एड़ियों का दर्द के साथ ही पंजों के दर्द से राहत मिलती है. खास तौर पर उल्टे पैर चलने या वॉकिंग करने से घुटने के दर्द काफी हद तक ठीक हो जाते हैं. वात रोग के मरीजों में स्वेलिंग जैसी समस्या भी दूर हो जाती है. कमर से लेकर पीठ दर्द या साइटिका जैसी समस्या भी दूर हो जाती है."

कितना देर उल्टा चले: योग एक्सपर्ट छबिराम साहू बताते हैं कि उल्टे पैर चलना या वॉकिंग हमको 5 से 10 मिनट रोजाना करना चाहिए या फिर अधिकतम आधे घंटे भी कर सकते हैं. अगर इसको अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो पैर से संबंधित कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं. उल्टे पैर चलने से डायबिटीज या फिर हार्ट से संबंधित मरीजों के लिए काफी लाभदायक हो सकता है."

उल्टा चलते समय रखे ये सावधानी:योग एक्सपर्ट ने बताया कि उल्टे पैर चलने के लिए कुछ सावधानी भी जरूरी है. उल्टे पैर चलने के लिए समतल जमीन होनी चाहिए. उबड़ खाबड़ जमीन पर चलने से बैलेंस बिगड़ता है. गिरने का डर रहता है. उल्टे पैर चलते समय यह भी ध्यान रखना है कि पीछे कोई सामान नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही पीछे की ओर भी नहीं देखना चाहिए. उल्टे पर चलते समय छोटे-छोटे कदम बढ़ाएं. उल्टा पैर चलने के लिए सबसे अच्छी जगह घर है. अगर आप बाहर चल रहे हैं तो उस जगह के बारे में आपको पूरी तरह से जानकारी होनी चाहिए. तभी आप उसे जगह पर उल्टे पांव चलने के साथ ही वॉकिंग कर सकते हैं.

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Last Updated : Aug 10, 2024, 6:48 AM IST

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