आजमगढ़ : अहरौला थाना क्षेत्र की गर्भवती गैंगरेप पीड़िता ने बीती रात जिला महिला अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश की बात कही है. बताया जा रहा है कि महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और 10 साल पहले उसके पति की मौत हो गई थी. बीते पांच-छह महीने पहले करीब पांच लोगों ने उससे सामूहिक दुष्कर्म किया था. इसके बाद वह गर्भवती हो गई थी.
इस मामले में 13 दिसंबर को पीड़िता के परिजनों ने अहरौला थाना में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. इस मामले में सन्नी, अनूप, रामभुवन, राम अशीष, और उर्मिला के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इस बीच अस्पताल में भर्ती पीड़िता के लिए परिवार के लोग खून की व्यवस्था करने में जुटे रहे. अहरौला थानाध्यक्ष मनीष पाल ने पुलिसकर्मियों से भी रक्तदान कराया, लेकिन अब उसने दम तोड़ दिया है.
एसएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि 13 दिसंबर को थाना अहरौला में एक व्यक्ति ने सूचना दी कि उनकी बहन, जो छह महीने की गर्भवती थी के साथ पांच नामजद व्यक्तियों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. सूचना पर तुरंत ही सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. विवेचना के दौरान यह जानकारी मिली कि पीड़िता का इलाज महिला जिला अस्पताल में चल रहा था और उसकी हालत बहुत नाजुक थी. आज सूचना मिली कि इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.