नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में मंगलवार को पार्टी के पार्षदों के साथ बैठक की. अरविंद केजरीवाल ने पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के चुनाव परिणाम से यही सीख मिलती है कि कोई भी चुनाव आसान नहीं होता है. हर चुनाव को गंभीरता से लड़ना चाहिए. आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी पार्षद कम से कम अपने इलाके में नियमित कूड़ा उठाने और झाड़ू लगवाने की जिम्मेदारी ले लें. इससे हम ये चुनाव जीत जाएंगे.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेल से रिहा होने के बाद मेरा सभी पार्षदों से मिलने का बहुत मन था, लेकिन हरियाणा चुनाव की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई. जेल के अंदर हम आप लोगों के संघर्ष को देखते व पढ़ते रहते थे. दो साल से हमारा संघर्ष चल रहा है. भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ, जब किसी पार्टी पर इतना हमला किया गया हो. मुझे, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन, विभव कुमार, समेत कई नेताओं को जेल में डाल दिया. कल पंजाब से सांसद संजीव अरोड़ा के यहां परिवर्तन निदेशालय की छापेमारी भी हुई. यह कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच नहीं चल रही है. यह लोग आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को खत्म करना चाहते हैं.
ये लड़ाई भगवान और मोदी के बीच है. जीत भगवान की होगी:अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत ताकतवर है उनके पास बहुत पैसा है लेकिन वह भगवान नहीं हैं. इस दुनिया में भगवान तो है, लेकिन भगवान हमारे साथ हैं. आज लड़ाई भगवान और मोदी के बीच में है और अंत में जीत भगवान की ही होती है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिसंबर में उनसे एक पत्रकार ने बताया कि नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे इसके बाद उनके विधायकों को तोड़ेंगे और पार्टी खत्म हो जाएगी. इसके बाद पंजाब में विधायकों को तोड़ेंगे और पंजाब में भी सरकार गिरा देंगे. इसके बाद पार्टी खत्म हो जाएगी. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सारा प्लान फ्लॉप हो गया.
आज प्रधानमंत्री सबसे ज्यादा दुखी:दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि मैंने जेल में कई बार गीता पढ़ी. गीता पढ़ने से प्रेरणा और शांति मिलती है. कठिन से कठिन समस्या का हल मिलता है. आज जिनको टिकट मिल जाता है वह भी दुखी है और जिनको टिकट नहीं मिलता वह भी दुखी है. आज जो प्रधानमंत्री हैं वह सबसे अधिक दुखी हैं. प्रधानमंत्री को समझ में नहीं आ रहा कि अरविंद केजरीवाल को कैसे काबू में करें, जबकि अरविंद केजरीवाल एक छोटा सा आदमी है. सबसे महत्वपूर्ण चीज है जिंदगी में खुश रहना. गीता में कहा गया है कि जो आज है जैसा है उसी में ही खुशी मिलेगी. जेल में ख्याल आता था कि हम कब बाहर निकलेंगे लेकिन बाद में जब मैं मनीष सिसोदिया के बारे में सोचता था कि वह डेढ़ साल से जेल में है. मनीष सिसोदिया की पत्नी बीमार थी, उसके बावजूद भी वह नहीं टूटे. कई बार भाजपा ने मनीष सिसोदिया से अप्रोच किया कि अरविंद केजरीवाल को छोड़ दो भारतीय जनता पार्टी के साथ आ जाओ. सेवा करने से खुशी मिलती है.