श्रीगंगानगर:जिले के सूरतगढ़ क्षेत्र में सेना ने एक बम को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया. इसके बाद आसमान में धूल के गुबार देखे गए और जोरदार धमाका सुनाई दिया. यह बम करीब पौने दो महीने पहले सूरतगढ़ की शिव विहार कॉलोनी के पास बरामद हुआ था. प्रशासन ने गुरुवार को इस बम को निष्क्रिय कर बड़ी राहत की सांस ली.
आबादी क्षेत्र के पास मिला था बम: सेना की लेफ्टिनेंट कर्नल चांदनी बोस के अनुसार, यह बम शिव विहार कॉलोनी के पास आबादी क्षेत्र में पाया गया था, जहां नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए इसे पुलिस द्वारा तत्काल सुरक्षित स्थान पर रखवाया गया. पुलिस ने सेना के बम निरोधक दस्ते को सूचित किया, जिसके बाद आज इस बम को निष्क्रिय किया गया.
पढ़ें:बाड़मेर में मंदिर के पास मिला था जिंदा बम, सेना के बम निरोधक दस्ते ने किया डिफ्यूज - live bomb defused in barmer
बीएसएफ फायरिंग रेंज में डिफ्यूज किया गया बम:सेना के अनुसार, इस बम को बीएसएफ की फायरिंग रेंज में ले जाकर एक गहरे खड्डे में दबाया गया और डिफ्यूज करने की प्रक्रिया पूरी की गई. इस दौरान जब बम को निष्क्रिय किया गया, तो आसमान में धूल के गुबार उठे. सुरक्षा के मद्देनजर, आसपास के इलाकों को 'नो मूवमेंट जोन' घोषित किया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके.
पढ़ें:जैसलमेर में मिला जिंदा हैंड ग्रेनेड, लोगों में फैली दशहत, सेना करेगी डिफ्यूज - Live hand grenade found
प्रशासन ने ली राहत की सांस: करीब पौने दो महीने से यह बम प्रशासन की निगरानी में था. पुलिस ने इसे पहले ही सुरक्षित स्थान पर रख दिया था, लेकिन इसे पूरी तरह से डिफ्यूज किए जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है. सूरतगढ़ क्षेत्र में मिलिट्री स्टेशन होने के कारण यह संभावना जताई जा रही है कि यह बम मिलिट्री मूवमेंट के दौरान गिरा होगा. हालांकि, इस घटना के पीछे के सटीक कारणों की जांच की जा रही है. सेना के बम निरोधक दस्ते में लेफ्टिनेंट कर्नल चांदनी बोस के साथ नायक सूबेदार सुरजीत कुमार, विनोद कुमार और नागराजू ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.