बरेली:यूपी के बरेली में एंटी करप्शन की टीम ने संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक कार्यालय में तैनात ऑडिटर लेखा को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ऑडिटर ने एक रिटायर्ड महिला चपरासी से पेंशन और फंड इशू करने के नाम पर 125000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. फिलहाल आरोपी ऑडिटर के खिलाफ कोतवाली थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
यशपाल सिंह की डिप्टी एसपी एंटी करप्शन बरेली (Video credit: etv bharat) बदायूं के नगर पालिका कन्या इंटर कॉलेज में सेविका के पद पर तैनात रही सरोज देवी 31 मार्च 2023 को रिटायर हो गई थीं. उसके बाद अभी जीपीएफ फंड और पेंशन चालू नहीं हो पाई तो फिर उन्हें बरेली के संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में चक्कर लगाने पड़ रहे थे.
बताया जा रहा है कि बदायूं से नगर पालिका इंटर कॉलेज से रिटायर होने के बाद अभी तक उनकी पेंशन और फंड इशू नहीं किया गया था और इशू करने के बदले बरेली के संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक कार्यालय में ऑडिटर लेखा के पद पर तैनात राकेश कुमार वर्मा रिश्वत की मांग कर रहा था. इसके बाद रिटायर्ड सरोज देवी के बेटे रूपेश कुमार ने मामले की शिकायत बरेली की एंटी करप्शन टीम से की. जिसके बाद टीम ने पूरे मामले की जांच कर, आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते गुरुवार को गिरफ्तार किया.
भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली के डिप्टी एसपी यशपाल सिंह ने बताया कि बदायूं के एक इंटर कॉलेज से सेविका के पद पर रिटायर्ड सरोज देवी की पेंशन और जीपी एफ फंड इशू नहीं हुआ था और उसे इशू करने के लिए बरेली के संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक के कार्यालय में तैनात ऑडिटर लेखा राकेश कुमार वर्मा द्वारा 125000 रु की रिश्वत की मांग की गई थी. जिसकी पहली किस्त 30 हजार रुपये लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों ऑफिस को गुरुवार को गिरफ्तार किया है. फिलहाल कोतवाली में भ्रष्टाचार निर्माण अधिनियम की धाराओं में राकेश कुमार वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
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