नई दिल्ली: आनंद विहार में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) स्टेशन बनकर तैयार हो चुका है. स्टेशन के फिनिशिंग का काम किया जा रहा है. आनंद विहार स्टेशन पर नमो भारत ट्रेन से उतरकर यात्री कुछ ही पल में मेट्रो में सवार हो सकेंगे. इसके लिए आरआरटीएस और मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल को लिफ्ट और एस्केलेटर के जरिए आपस में जोड़ दिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक इस माह के अंत तक आरआरटीएस स्टेशन का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद साहिबाबाद से दुहाई के बीच चल रही नमो भारत ट्रेन को आनंद विहार से दुहाई तक चलाया जाएगा. इससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी.
200 मीटर के दायरे में बस, ट्रेन व मेट्रो
आनंद विहार में बन रहा मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन हब के रूप में काम करेगा. लोग आरआरटीएस से सीधे आनंद विहार मेट्रो स्टेशन पर पहुंच सकेंगे. जहां से ब्लू और पिंक लाइन की मेट्रो चलती है. आरआरटीएस से अंतरराज्यीय बस अड्डा (आईएसबीटी) आनंद विहार महज 150 मीटर की दूरी पर है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) का कौशांबी स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा 100 मीटर दूरी पर है. आनंद विहार रेलवे स्टेशन आरआरटीएस से 200 मीटर की दूरी पर है. इससे यात्रियों को यातायात के एक माध्यम से दूसरे माध्यम तक पहुंचने में परेशानी नहीं होगी. लोगों को आनंद विहार में अंतरराज्यीय बस, ट्रेन, मेट्रो की सुविधा मिलेगी.
स्टेशन बना बस फिनिशिंग का काम चल रहा
आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन जमीन के अंदर है. यह स्टेशन 297 मीटर लंबा व 35 मीटर चौड़ा बनाया गया है. स्टेशन जमीन से महज एक लेवल नीचे है. आरआरटीएस के अधिकारियों के मुताबिक स्टेशन का निर्माण पूरा हो गया है. फिनीशिंग का काम किया जा रहा है. यात्रियों की सुविधा हेतु तीन लिफ्ट लगाई गई हैं. एक लिफ्ट कानकोर्स से प्लेटफार्म पर जाने के लिए और दो लिफ्ट आनंद विहार मेट्रो स्टेशन में आने-जाने के लिए हैं. पांच एस्केलेटर लगाए गए हैं. तीन एस्केलेटर कानकोर्स से प्लेटफार्म पर आवागमन के लिए और दो एस्केलेटर मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए लगे हैं. ट्रैक बिछाने का भी काम लगभग पूरा हो गया है.