रांची:मानसून सत्र के दौरान झारखंड विधानसभा में मंगलवार को शब्दों का तीर जमकर चलता रहा. सदन के अंदर और बाहर सत्ता पक्ष-विपक्ष कई मुद्दों पर आपस में उलझते नजर आए. इन सबके बीच नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने हेमंत सरकार को दलित विरोधी बताते हुए जमकर भड़ास निकाली. सदन के बाहर मीडियाकर्मियों के सामने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अमर कुमार बाउरी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा निकाली गयी नियुक्ति में अनुसूचित जाति के लिए एक भी पद नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को बताया दलित विरोधी
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा चौकीदार की बहाली निकाली गई है, लेकिन दलितों के हितैषी कहे जाने वाली इस सरकार के द्वारा पिछड़ों और दलितों का आरक्षण राज्यभर में शून्य कर दिया गया है. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस से सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी क्या बताने का काम करेंगे कि किस वजह से झारखंड में दलित और पिछड़ों के आरक्षण को शून्य कर दिया गया है. इतना ही नहीं वनरक्षक रेंजर की बहाली में भी दलितों का आरक्षण शून्य कर दिया गया है. यह सरकार दलित विरोधी है और कई मौकों पर दलित विरोधी काम किया है, चाहे वह आरक्षण शून्य करने की बात हो या अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन न करने की. सरकार जानबूझकर यह काम कर रही है.