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सपा सांसद एसटी हसन बोले, साजिश के तहत कटा मेरा टिकट, अखिलेश यादव मुझे ही लड़वाना चाहते थे चुनाव - Viral Letter

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 4, 2024, 3:07 PM IST

Akhilesh Yadav Letter Viral: सपा सांसद एसटी हसन ने कहा, अखिलेश यादव ने पहले मुझे ही टिकट दिया था. लेकिन, बाद में किसी दुविधा में उन्होंने रुचि वीरा का नाम आगे कर दिया. नामांकन के दिन फिर से मेरे लिए लेटर जारी किया गया. लेकिन, कुछ बाहरी नेताओं की साजिश के चलते वह मेरे पास तक 3 बजे के बाद पहुंचा. तब तक नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी.

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नामांकन के दिन का सच सामने लाते सपा सांसद डॉ. एसटी हसन.

मुरादाबाद: सपा सांसद एसटी हसन का लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन होना, फिर कैंसिल होना, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है. इस बीच समाजवादी पार्टी के हाईकमान का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस लेटर में रुचि वीरा का नॉमिनेशन रदद् कर एक बार फिर से सांसद एसटी हसन को उम्मीदवार बनाए जाने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के लिए भेजा गया था.

लेटर को लेकर एसटी हसन का कहना है कि ये किसी साजिश के तहत हुआ है. लेटर उनको 3 बजे के बाद मिला. तब तक समय निकल गया था. एसटी हसन का आरोप है कि प्रदेश अध्यक्ष को कुछ बाहरी नेताओं ने बरगला दिया, जिसकी वजह से यह लेटर मुझको देर से प्राप्त हुआ. राष्ट्रीय अध्यक्ष मुझको ही लोकसभा का चुनाव लड़वाना चाहते थे.

जैसे-जैसे पहले चरण के मतदान की तारीख 19 अप्रैल नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सपा में अंतरकलह बढ़ती जा रही है. 26 मार्च को सपा सांसद एसटी हसन ने सपा उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कराया था. नामांकन करने के तुरंत बाद पूरे शहर में यह बात फैल गई कि एसटी हसन का टिकट काट कर रुचि वीरा को दिया गया है.

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उसी दिन लखनऊ से रुचि वीरा एसटी हसन का नॉमिनेशन रदद् करने का लेटर लेकर मुरादाबाद पहंची. 27 तारीख की सुबह एक बार फिर से सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रुचि वीरा का नामांकन रदद् कर एसटी हसन को ही सपा प्रत्याशी माने जाने का लेटर लेकर चार्टेड प्लेन से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को मुरादाबाद भेजा.

प्रदेश अध्यक्ष यह लेटर लेकर मुरादाबाद ना आकर सीधे एयरपोर्ट से रामपुर चले गए. इस बीच करीब 1 बजे रुचि वीरा ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपने नामांकन पत्र के साथ एसटी हसन का नॉमिनेशन कैंसिल करने का लेटर जमा किया. 3 बजे नॉमिनेशन के आखिरी समय तक हसन लखनऊ से आया लेटर जमा नहीं करा सके.

एसटी हसन को वह लेटर वाट्सअप पर 3 बजकर 2 मिनट पर मिला और करीब साढ़े चार बजे वह लेटर उनके पास पहुंचा, जिसकी वजह से एसटी हसन सपा प्रत्याशी के रूप में रिटर्निंग ऑफिसर के सामने दावा पेश नहीं कर सके.

बुधवार को लखनऊ से भेजा गया लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लेटर वायरल होने के बाद सपा सांसद के खिलाफ बड़ी साजिश की बात की चर्चा पूरे शहर में पूरी तरह से फैल गई.

सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि अखिलेश यादव मुझको ही मुरादाबाद लोकसभा से चुनाव लड़ाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को रुचि वीरा का नॉमिनेशन रदद् करने का लेटर लेकर मुरादाबाद भेजा था. लेकिन कुछ बाहरी नेताओं ने साजिश रचकर उनको रामपुर ले गए.

यह लेटर मुझको वाट्सएप पर मिला था. लेटर की हार्ड कॉपी साढ़े चार बजे मुझको मिली. तब तक इसको जमा कराने का समय निकल चुका था. यह लेटर कहां से वायरल हुआ आपको कैसे मिला, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है.

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