छत्तीसगढ़ विधानसभा में अजय चंद्राकर ने तेलीबांधा की जादुई सड़क पर सवाल पूछा, जलजीवन मिशन के 189 अधूरे काम पर विधानसभा अध्यक्ष ने ली चुटकी - छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र
Chhattisgarh Budget Session 2024 छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान जलजीवन मिशन, लोक निर्माण विभाग और राजस्व से जुड़े सवाल पूछे गए.
रायपुर:छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2024 में प्रश्नकाल में सबसे पहले तखतपुर विधायक धरमजीत सिंह ने पूछा. डिप्टी सीएम अरुण साव से धरमजीत सिंह ने नलजल मिशन को लेकर सवाल पूछा. उन्होंने कहा कि जलजीवन मिशन के तहत 198 काम स्वीकृत हुए. जिसमें से सिर्फ 9 काम पूरे हुए. 189 काम अब भी अपूर्ण है. ये काम कब पूरे किए जाएंगे. गांव के गरीब पानी की मांग कर रहे हैं. इस पर जवाब देते हुए अरुण साव ने काम पूरे नहीं होने की बात स्वीकारी और जल्द अपूर्ण काम पूरे होने का आश्वासन दिया.
तखतपुर विधायक के ठोस जवाब की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने चुटकी ली और कहा कि "जल तरल होता है और आपको इस पर कितना ठोस जवाब चाहिए."
अजय चंद्राकर ने सदन में जादुई सड़क पर किया सवाल:तेलीबांधा में तेलीबांधा में डिवाइडर निर्माण का मुद्दा गूंजा. अजय चंद्राकर ने डिप्टी CM अरुण साव से सवाल पूछा. चंद्राकर ने लागत, टेंडर और अनुमति को लेकर सवाल पूछा. डिप्टी CM अरुण साव ने बिना अनुमति निर्माण की बात स्वीकार की. डिप्टी सीएम ने बताया कि 13 जून 2022 को नगर निगम ने एनएचएआई को पत्र लिखा जिसका जवाब भी दिया गया. 26 जून को नगर निगम ने निविदा जारी की. निरीक्षण के दौरान वहां होता मिला. मजदूरों से काम किसके द्वारा पूछने पर कोई जवाब नहीं मिला. जिसके बाद 9 नवंबर 2022 को टेंडर निरस्त कर दिया गया. नगर निगम और NHAI की जानकारी के बिना तेलीबांधा में डिवाइडर निर्माण का काम किया गया था. इसके लिए 2 करोड़ 36 हजार रुपये का टेंडर निकाला गया था. साव ने संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में जांच का ऐलान किया और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.
मरवाही में अनियमतिता पर महंत का सवाल:नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत ने वन मंडल मरवाही में गड़बड़ी और अनियमितताओं को लेकर कार्यवाही की स्थिति पर सवाल किया. साल 2020 की 6 शिकायतों पर कोई कार्रवाई तो हुई नहीं... मैं यह नहीं कह रहा हूं की 40 हजार करोड़ का घपला है उसपर कोई कार्रवाई होगी... कौन से लोग दोषी है, उनपर क्या कार्यवाही करेंगे... क्या जिनपर जांच संस्थित किया गया है वे अभी भी मरवाही में कार्यरत हैं.. महंत के सवाल पर जवाब देते हुए सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कभी कका तो कभी चचा के के चक्कर में यह मामला फंसता गया... 7 मामलों में 35 अधिकारियों पर कार्रवाई किया गया है..72 मामलों की जल्द से जल्द जांच होगी.
मरवाही का दुबई कनेक्शन: महंत ने आगे पूछा कि जिन पर जांच बिठाई गई है क्या वो सभी मरवाही में ही मौजूद है. इस पर कश्यप ने कहा कि सभी नहीं लेकिन कुछ लोग वहां अभी भी काम कर रहे हैं. महंद ने कहा कि कुछ कितने लोगों पर कार्रवाई की गई है. इस पर रमन सिंह ने कहा कि इसकी पूरी डीटेल उपलब्ध करा दीजिए. इस दौरान तख्तपुर विधायक ने भी सवाल उठाया कि "मरवाही वनमंडल अजूबा वनमंडल था जहां रेंजर डीएफओ के पद पर बैठे थे. धरमजीत सिंह ने कश्यप का साथ देते हुए कहा कि मरवाही वनमंडल की जांच होनी चाहिए. दुबई भी पूछताछ के लिए जाना पड़ सकता है."
कवर्धा में सिंचाई परियोजनाओं को लेकर सवाल: पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कवर्धा में जलस्तर कम होने का मामला उठाया. बोहरा ने पूछा कि क्षे्त्र में सिंचाई परियोजनाओं के लिए जनवरी 2020 से दिसंबर 2023 तक एनीकट, जलाशय के लिए कितने काम हुए. इसके जवाब में केदार कश्यप ने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं के तहत किए गए काम में बीजा बैरागी और डोमाडोला का काम पूरा हो गया है लेकिन ज्यादा बारिश के कारण उसका अप्रोच रोड बह गया था जिसका काम फिर से कराया जा रहा है. जिसे जल्द पूरा करा लिया जाएगा. रामपुर बरोड़ योजना का भी काम प्रस्तावित है. घटोला जलाशय, जगमड़वा जलाशय का काम भी प्रस्तावित है.