आगरा: ताजनगरी आगरा में उद्यान विभाग के आलू बीज वितरण की धनराशि में 20 लाख रुपए का घोटाला हुआ है. जिले में उद्यान विभाग ने अक्टूबर 2024 में 400 किसानों को 4800 कुंतल बीज बांटा था. जो 2995 रुपए प्रति कुंतल के भाव से वितरित किया गया था. जिसकी कीमत करीब 1.43 करोड़ रुपये थी. इसमें से सरकारी खाते में 1.23 करोड़ रुपए ही जमा कराए गए. अभी तक 20 लाख रुपये सरकारी खाता में जमा नहीं किए गए हैं.
आगरा मंडलायुक्त के संज्ञान में आलू वितरण की धनराशि में गड़बड़ी आई तो उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. जिससे उद्यान विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों में खलबली मच गई है. क्योंकि, करीब 10 साल से इसी तरह से धनराशि का खेल किया जा रहा है. बता दें कि आलू की उन्नत प्रजाति कुफरी बहार, सूर्या, चिप्सोना, मोहन, ख्याति, नीलकंठ और 3797 बीज को बांटा गया था.
उद्यान विभाग की ओर से अक्टूबर 2024 में 400 किसानों से एकमुश्त धनराशि जमा कराकर रामबाग स्थित एक कोल्ड स्टोरेज से बीज का वितरण किया गया था. आलू बीज बिक्री से 1.43 करोड़ रुपए मिले थे. जिसमें से अभी तक 1.23 करोड़ रुपए ही जमा कराए गए हैं. बाकी के 20 लाख रुपए अभी तक सरकारी बैंक खाते में जमा कराए हैं.
ये मामला जब आगरा मंडलायुक्त शैलेंद्र सिंह के संज्ञान में आया तो उद्यान विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों में खलबली मच गई. प्रारंभिक छानबीन में ये सामने आया है कि कर्मचारियों ने 20 लाख रुपए ब्याज पर दे दिए हैं. सरकार की धनराशि से कर्मचारी मोटी कमाई कर रहे हैं. ये कई साल से चल रहा है.