रांचीः 28 नवंबर गुरुवार को हेमंत सोरेन के रूप में झारखंड को अपना 14वीं मुख्यमंत्री मिला. राज्यपाल संतोष गंगवार ने हेमंत सोरेन सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. इस शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के आला नेताओं की तगड़ी उपस्थिति रही. एक तरफ सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ता इसका जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सीधे कामकाज में जुट गये.
राजधानी के मोरहाबादी स्थित शपथ ग्रहण समारोह स्थल से सीएम हेमंत सोरेन बिरसा चौक पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए. इसके बाद उनका काफिला सीधे झारखंड मंत्रालय प्रोजेक्ट भवन की ओर रवाना हुआ. सीएम के आगमन को लेकर अधिकारियों के द्वारा पहले से तैयारी की गयी थी. सीएम ने यहां प्रदेश के आलाधिकारियों के साथ बैठक की. इसके साथ ही कई योजनाओं को लेकर दिशा-निर्देश दिए.
सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि 09 से 12 दिसंबर तक झारखंड विधानसभा का सत्र आहूत होगा. जिसमें सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ ग्रहण के लिए स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार देश की रक्षा हेतु अग्निवीर कार्यक्रम चला रही है लेकिन नौजवानों के भविष्य को लेकर कई सवाल हैं. हम लोगों ने पहले ही निर्णय लिया था कि झारखंड से अग्निवीर बनने वाले युवाओं के साथ किसी घटना पर जो सहायता राज्य पुलिस को मिलती है वही अग्निवीर को देय होगा.
सीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि असम में शहीद हुए अग्निवीर अर्जुन महतो के परिजनों को मंत्रालय बुलाकर नियुक्ति पत्र और 10 लाख की सहायता राशि दी. बोकारो समाहरणालय में नौकरी दी गयी. हमारी कोशिश थी कि अविलंब शहीद अग्निवीर के परिजनों को सहायता दी जाए, सरकार बनने के बाद अपना संकल्प पूरा किया. इसके अलावा सीएम ने मंईयां सम्मान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना की राशि का भुगतान हर माह होगा.