उत्तराखंड

uttarakhand

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस के बाद हरकत में आई उत्तराखंड पुलिस, दो सरकारी अस्पतालों के लिए जारी की गई एसओपी - Kolkata rape murder case

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 21, 2024, 6:50 AM IST

Updated : Aug 21, 2024, 11:15 AM IST

कोलकाता रेप मर्डर केस के बाद उत्तराखंड पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने देहरादून के दो हॉस्पिटलों की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए कदमताल शुरू कर दी है. वहीं देहरादून के दून और कोरोनेशन अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एसओपी बनाई गई है.

Dehradun SSP Ajay Singh
देहरादून एसएसपी अजय सिंह (Photo- ETV Bharat)

उत्तराखंड पुलिस ने अस्पतालों के लिए जारी की एसओपी (Video- ETV Bharat)

देहरादून: कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या को लेकर पूरे देश में लोगों में गुस्सा है. जिसके बाद हॉस्पिटलों में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं दून और कोरोनेशन अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एसओपी बनाई गई. अस्पताल में सुरक्षा के मद्देनजर से अतिरिक्त पुलिस बल नियुक्त किया गया है और पुलिस बल 24×7 वायरलेस हैंडसेट के साथ दोनों अस्पतालों पर तैनात रहेगी. साथ ही सभी थाना प्रभारियों को अपने- अपने क्षेत्रों में निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी कर अस्पतालों की सुरक्षा का ऑडिट करवाने के निर्देश दिए है.

कर्मचारियों का किया जाएगा सत्यापन: अस्पतालों की सुरक्षा में नियुक्त कर्मचारियों के सत्यापन और संस्थानों में लगे सीसीटीवी के सही हालात में रखने के लिए संबंधित संस्थानों की जवाबदेही तय करने के लिए निर्देशित किया गया है. कोलकाता में अस्पताल के अंदर महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले के बाद अब देहरादून के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है. जिसके तहत देहरादून के दो मुख्य सरकारी अस्पताल दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा एसओपी तैयार की गयी है.

पुलिस बल मौके पर रहेगी तैनात: जिसके तहत दून अस्पताल परिसर में स्थापित पुलिस चौकी में नियुक्त पुलिस बल के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. साथ ही कोरोनेशन अस्पताल में भी सुरक्षा के मद्देनजर से पुलिस बल की नियुक्ति की गई है.अस्पतालों में नियुक्त पुलिस बल 24×7 वायरलेस हेडसेट के साथ ड्यूटी में नियुक्त रहेगा. ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मचारियों की मौजूदगी मुख्य रूप से अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रहेगी और वह समय-समय पर अस्पतालों के अन्य स्थानों ओपीडी,पार्किंग एरिया,वेटिंग एरिया और अन्य वार्डों में भी निरन्तर भ्रमणशील रहते हुए बाहरी असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखेगी.

महिला स्टाफ की सुरक्षा पर ध्यान: अस्पताल परिसर में कानून व्यवस्था से सम्बन्धित अथवा किसी आपराधिक घटना के घटित होने पर उसकी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे.अस्पताल में ड्यूटी में तैनात महिला डॉक्टर,महिला नर्स और अन्य महिला स्टाफ की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए ड्यूटी के दौरान अपना व्यवहार पूर्ण रूप से प्रोफेशनल रखेंगे, जिससे महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न हो. अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान वहां मौजूद डॉक्टरों और अस्पताल के जनसम्पर्क अधिकारी के सम्पर्क में रहेंगे.

व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा: अस्पताल प्रबंधन के साथ सहयोग को और प्रभावी बनाने के लिए ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएंगे. जिसमें सम्बन्धित थाना प्रभारी चौकी प्रभारी अस्पताल के जनसम्पर्क अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला चिकित्सक,नर्स,सिक्योरिटी हेड,इमरजेंसी वार्ड में नियुक्त कर्मी और सम्बन्धित थाने के चीता कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य ऐसे व्यक्ति जो अस्पतालों की सुरक्षा की नजर से आवश्यक हो उन्हें ग्रुप में जोड़ा जायेगा.

पुलिसकर्मी सीसीटीवी कैमरों को करेंगे चेक:एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि सम्बन्धित क्षेत्र के चौकी प्रभारी अस्पताल में नियुक्त पुलिस कर्मचारियों के साथ जिला अस्पतालों में नियुक्त सभी कर्मचारियों का सत्यापन करते हुए उसकी पूरी डिटेल लेकर एक रजिस्टर में तैयार करेंगे. अस्पताल ड्यूटी में नियुक्त पुलिस कर्मी समय- समय पर अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक करते हुए इस बात को सुनिश्चित करेंगे की सभी कैमरे सही प्रकार से कार्य कर रहे हो. साथ ही सुरक्षा की नजर से अस्पताल परिसर के जिस स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगाना आवश्यक है, उसके सम्बन्ध में उचित माध्यम से सक्षम अधिकारियों को पत्राचार कर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.

जोनल अधिकारी करेंगे चेकिंग: सम्बन्धित सीओ महीने में एक बार अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा पहलुओं पर बैठक आयोजित करेंगे. बैठक में सम्बन्धित चौकी प्रभारी और अस्पताल के कर्मचारियों को भी शामिल किया जाएगा. साथ ही रात में जोनल अधिकारी और सुपर जोनल अधिकारी रात चेकिंग के दौरान नियमित रूप से अस्पताल में नियुक्त किये गए पुलिस कर्मचारियों को चेक करेंगे. सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में स्थित निजी अस्पतालों को नोटिस देते हुए उन्हें अपने अस्पताल में सिक्योरिटी ऑडिट कराने और अस्पताल की सुरक्षा में नियुक्त सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरीफिकेशन कराने के निर्देश दें. साथ ही उनसे अपने संस्थानों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के सही हालत में होने की रिपोर्ट भी मांगे.

जाम को लेकर किया निर्देशित:रक्षाबंधन के दिन शहर में अलग-अलग जगह पर लगे जाम के बाद एसएसपी अजय सिंह शहर की ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लेने सड़कों पर उतरे. रिस्पना पुल, जोगीवाला और हरिद्वार बाईपास रोड का निरीक्षण कर यातायात दबाव के कारणों का आकलन किया गया. हरिद्वार रोड पर यातायात के दबाव के मद्देनजर कैलाश अस्पताल कट और गोविंद अस्पताल कट को बंद करने के निर्देश दिए गए है. साथ ही कैलाश अस्पताल कट से केवल दोपहिया वाहनों की जानें की अनुमति होगी और शहर में प्रवेश करने वाले बाकी सभी वाहन मोहकमपुर फ्लाई ओवर के नीचे से यू-टर्न लेकर शहर की ओर आएंगे.

पढ़ें-कोलकाता रेप मर्डर के खिलाफ गुस्सा: उत्तराखंड में हड़ताल पर गए डॉक्टर्स, हरिद्वार में चिकित्सक की भूख हड़ताल

Last Updated : Aug 21, 2024, 11:15 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details