नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली के राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद गाजियाबाद विकास प्राधिकरण भी सख्त हो गया है. जीडीए ने टीमें बनाकर ग्राउंड पर उतार दी है. टीम में मौजूद अधिकारी ऐसी तमाम इमारत में छापेमारी कर रहे हैं, जहां बेसमेंट है. अधिकारी ऐसी इमारतों में जाकर पता लगा रहे हैं कि बेसमेंट में किस तरह की गतिविधियों का संचालन हो रहा है. मानक के अनुरूप संचालित हो रही गतिविधियों को बंद करने के लिए जीडीए द्वारा नोटिस जारी किए गए हैं.
हालांकि, जीडीए की ओर से यह कार्रवाई दिल्ली के राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद शुरू की गई है. फिलहाल कार्रवाई जारी रहेगी. सभी जोन में प्रभारी प्रवर्तन, सहायक अभियंता, अवर अभियंता की टीम को विशेष अभियान दल का सदस्य बनाया गया है.
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि गाजियाबाद की सभी बिल्डिंगों में मौजूद बेसमेंट में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की टीमों द्वारा छापेमारी की जा रही है. अधिकारियों द्वारा ग्राउंड पर जाकर निरीक्षण के दौरान देखा जा रहा है कि बेसमेंट में किसी प्रकार की मानकों के विपरीत कोई अवैध गतिविधि की संचालित ना हो रही हो. जिले के 8 जोन में सचल दलों का गठन करते हुए बेसमेंट में छापेमारी की गई है. 65 के आसपास बेसमेंट में जीडीए की टीमों द्वारा छापेमारी के दौरान अवैध गतिविधियां संचालित होती मिली, जिनको नोटिस जारी किया गया है. यदि दो हफ्ते में स्वीकृत नक्शे के विपरीत गतिविधियों का संचालन बंद नहीं किया जाता है तो जीडीए द्वारा सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी."
बता दें, जीडीए की टीम जब राजनगर एक्सटेंशन स्थित एक निजी प्ले स्कूल में पहुंची तो प्ले स्कूल के बेसमेंट में बच्चों का प्ले एरिया संचालित हो रहा था. वहीं, जिले के एक अन्य प्रतिष्ठित निजी स्कूल के बेसमेंट में प्ले एरिया, म्यूजिक रूम, डांस रूम, आर्ट स्टूडियों समेत विभिन्न गतिविधियां संचालित होती पाई गई. स्कूल प्रबंधन को तत्काल गतिविधियों के संचालन को बंद किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. इंदिरापुरम के प्रतिष्ठित निजी स्कूल का बेसमेंट स्केटिंग, टेबल टेनिस खेलने में किया जा रहा था. जीडीए की टीम ने इसे भी तत्काल बंद करने के निर्देश दिए.