JNU के छात्रों ने NTA की आलोचना की (ETV BHARAT) नई दिल्ली:देशभर में बीते कई दिन से NEET एग्जाम को लेकर बवाल मचा हुआ है. वहीं, अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया. यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. नेट परीक्षा आयोजित होने के एक दिन बाद ही सरकार ने परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया.
शिक्षा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई की 18 जून को हुई नेट की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. पहले से नीट एग्जाम मामले से जूझ रही NTA के लिए यह बड़ा झटका है. यूजीसी नेट एग्जाम रद्द होने पर जेएनयू में पढ़ने वाले छात्रों ने जमकर इसका विरोध किया.
जेएनयू छात्र मोहम्मद सिद्दीकी ने कहा कि बुधवार रात को शिक्षा मंत्रालय के द्वारा पता चला कि यूजीसी नेट एक्जाम रद्द कर दिया गया है. इतने सारे छात्र जो एग्जाम दे रहे हैं उनके साथ NTA द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है.
जेएनयू में एमए की पढ़ाई कर रहे छात्र सागर ने बताया कि एक ऐसी एजेंसी जिसकी कोई विश्वसनीयता ही नहीं है उसको देश के लाखों छात्रों का भविष्य तय करने की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने बताया कि वो भी नेट का एग्जाम दिए थे. आने जाने में काफी खर्चा हुआ. इतनी भीषण गर्मी में एग्जाम देने में काफी परेशानी हुई और अब एग्जाम को रद्द कर दिया गया है.
जेएनयू के छात्र मुजाहिदीन ने कहा कि जो परीक्षा रद्द की गई है इससे यह बात साबित हो गई कि NTA, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ना होकर 'नॉन ट्रस्टेबल एजेंसी' हो गई है. बहुत से बच्चों ने कड़ी मेहनत के बाद एग्जाम दिया था, जिसमें समय, पैसा कई सारी चीज इन्वेस्ट की गई थी. वहीं, कुमार जीतू ने सरकार को घेरते हुए कहा कि 10 साल में इस सरकार की जो पॉलिसी रही, उनका एक ही परपस है शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरीके से ध्वस्त कर देना.
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