कानपुर: शहर के नरवाल थाना क्षेत्र स्थित सरसौल में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर एक युवक लगभग 20 साल बाद अपने घर लौटा. बेटे को 20 साल बाद देख परिजनों की आंखों से आंसू निकल आए. मामला बेहद रोचक और हैरान कर देने वाला भी है. दरअसल नर्वल थाना क्षेत्र के गंगागंज निवासी राजकुमारी ने करीब 20 साल बाद अपने भाई बालगोविन्द को इंस्टाग्राम पर टूटे हुए दांत और टेढ़ी उंगली से पहचान लिया. जब राजकुमारी ने बाल गोविंद से बात की तो, भाई बहन को नहीं पहचान पा रहा था. लेकिन, जब तमाम पुरानी और बचपन की यादें साझा हुईं तो बालगोविंद की की भी आंखों से आंसू निकल आए. वह परिवार के साथ सीधे कानपुर गंगागंज अपनी बहन राजकुमारी के पास पहुंच गया. इस पूरे मामले की पुष्टि बाल गोविंद के जीजा बिरजू पासवान ने की है.
इसे भी पढ़े-आजमगढ़ के सिपाही को इंस्टाग्राम पर रील बनाना पड़ा महंगा, SP ने लिया एक्शन
इंस्टाग्राम रील के जरिए 20 साल बाद मिले भाई-बहन, 15 साल की उम्र में मुंबई में छूट गया था; जानें पूरी कहानी - man met through Instagram reels - MAN MET THROUGH INSTAGRAM REELS
इंस्टाग्राम की रील ने 20 साल पहले बिछुड़े भाई-बहन को मिला दिया. भाई जब 15 साल का था तो मुंबई में परिवार से दूर हो गया था.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jun 28, 2024, 10:48 AM IST
15 साल की उम्र में मुंबई में छूट गया था बाल गोविंद:बाल गोविंद के जीजा बिरजू पासवान ने बताया कि 15 साल की उम्र में बाल गोविंद मुंबई में छूट गया था. उस समय परिवार के अन्य सदस्य तो मुंबई से कानपुर आ गए थे, लेकिन, बाल गोविंद नहीं आया था. इसके बाद बाल गोविंद ने बताया, कि जब वह एक दिन मुंबई से कानपुर के लिए निकला तो गलत ट्रेन में बैठने के चलते राजस्थान चला गया. इसके बाद उसने वही पर अपना जीवन गुजारा. ऐसे में उसने वहां पर ईश्वरी नाम की लड़की से शादी की और उसके दो बच्चे भी हो गए. कुछ दिनों पहले ही घर पर बैठे-बैठे बाल गोविंद इंस्टाग्राम पर रील बना रहा था. उसकी रील को बहन राजकुमारी ने देख लिया. बहन ने इंस्टाग्राम की रील पर ही अपने भाई को पहचान लिया. इसके बाद दोनों की फोन पर बातें हुई तो बाल गोविंद और राजकुमारी 20 साल बाद मिल गए.
जल्द ही अपने माता-पिता से मिलेगा बाल गोविंद:बाल गोविंद के जीजा बिरजू पासवान ने बताया, कि शुक्रवार को बाल गोविंद फतेहपुर में दुरजा का गांव पहुंचकर अपने माता-पिता से मिलेगा. इसके बाद परिवार के सभी सदस्य बैठकर यह तय करेंगे, कि बाल गोविंद अब कानपुर में रहेगा कि अब परिवार के साथ वापस मुंबई चला जाएगा. या फिर लगातार आता जाता रहेगा. फिलहाल, बाल गोविंद के सालों बाद घर आने से सभी बहुत खुश हैं. उन्हें यह किसी करिश्मा से काम नहीं लग रहा है. सभी का यह कहना है कि भगवान से जो अर्जी लगाई गई थी वह पूरी हो गई. परिवार के सदस्यों ने एक समय बालगोविन्द की गुमशुदगी दर्ज कराई थी लेकिन सालों तक ढूंढने के बाद वह मिला नहीं था.