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ईटीवी भारत की खबर पर प्रशासन ने लिया संज्ञान, खूंटी में टिन की शेड में संचालित स्कूल के भवन का निर्माण शुरू - SCHOOL RUNNING IN TIN SHED

ईटीवी भारत की खबर पर प्रशासन ने संज्ञान लिया है. टिन की शेड में संचालित स्कूल के भवन निर्माण का कार्य शुरू हो गया है.

School Running In Tin Shed
खूंटी में टिन की शेड में संचालित स्कूल. (फोटो-ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 25, 2025, 2:45 PM IST

खूंटीः एक बार फिर खूंटी में ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. जिले के अतिनक्सल और सुदूरवर्ती क्षेत्र के अड़की प्रखंड की तोडांग पंचायत स्तिथ इचाकुटी गांव के जंगल में दो दशक से ज्यादा समय से टिन की शेड में संचालित सरकारी स्कूल के दिन अब बहुरने वाले हैं. ईटीवी भारत ने लगातार इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की. उसके बाद जिला प्रशासन ने दो दशक बाद स्कूल का कायाकल्प करने की योजना बनाई और आज स्कूल भवन का निर्माण तेजी से चल रहा है. उम्मीद है गर्मी से पहले स्कूल की बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी और बच्चे बिना किसी परेशानी के स्कूल में पढ़ सकेंगे.

ईटीवी भारत की खबर पर प्रशासन ने लिया संज्ञान

10 मार्च 2024 को खूंटी में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल, दो दशक से टिन की शेड में चल रहा स्कूल, बच्चों को होती है परेशानी और 3 दिसंबर 2024 को खूंटी में टिन शेड में बने स्कूल में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे, प्रशासन ने कहा जल्द मिलेगी बिल्डिंग शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी. खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग ने मामले पर संज्ञान लिया और इचाकुटी में संचालित होने वाले स्कूल का कायाकल्प करने की योजना बनाई. स्कूल की बिल्डिंग में तीन कमरे होंगे. साथ ही स्कूल में शौचालय और पानी की व्यवस्था भी रहेगी.

जानकारी देते डीएसई अभय शील. (वीडियो-ईटीवी भारत)

बरसात के मौसम में बच्चों को होती थी परेशानी

अड़की प्रखंड की तोडांग पंचायत स्तिथ इचाकुटी गांव के जंगल के बीच संचालित होने वाला सरकारी स्कूल दो दशक से अधिक समय से संचालित है. टिन की शेड में स्कूल का संचालन होने के कारण गर्मी और बरसात के मौसम में बच्चों को स्कूल में पढ़ाई करने में परेशानी हो रही थी. बारिश के दौरान छत से कई जगह से पानी टपकता था. इस कारण कक्षा में बैठे बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानी होती थी.

शिक्षिका और पदाधिकारियों ने जताया आभार

स्कूल की शिक्षिका जिदन सोय समेत शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने ईटीवी भारत का आभार जताया है. शिक्षिका जिदन सोय ने बताया कि अगर ईटीवी भारत की टीम इस समस्या को नहीं उठाती तो शायद आज 60 बच्चे टीन की शेड में ही पढ़ाई करने को मजबूर होते. शिक्षिका जिदन सोय 2001 से स्कूल में पदस्थापित हैं और उस वक्त से लगातार शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को स्कूल बनाने को लेकर आवेदन देकर अवगत कराते रही थीं, लेकिन विभाग ने शिक्षिका के आवेदन पर कभी विचार नहीं किया था.

मामला उठाने के बाद डीडीसी श्याम नारायण राम ने ईटीवी भारत से कहा था कि स्कूल भवन का निर्माण कराया जाएगा. 3 दिसंबर को डीडीसी श्याम नारायण राम ने ईटीवी भारत को दिए एक बयान में बताया था कि ईटीवी के प्रयास से स्कूल को बिल्डिंग मिल गई है. जल्द ही निर्माण शुरू होगा और फरवरी महीने से ही इचाकुटी गांव में पहली बार स्कूल का निर्माण शुरू हो गया है.

डीएसई ने दी जानकारी

वहीं डीएसई अभय शील ने बताया ईटीवी भारत में प्रकाशित खबर पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान में लिया था. विभाग अब स्कूल भवन का निर्माण करा रहा है. एक महीने के अंदर स्कूल का भवन बनकर तैयार हो जाएगा. स्कूल में तीन कमरे रहेंगे. साथ ही शौचालय और पीने के पानी की भी सुविधा रहेगी.

इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिले में दर्जनों कई स्कूल हैं जिसका सर्वे कराया गया था. जिसमें पता चला था कि कई स्कूल की बिल्डिंग नहीं है और कई जर्जर हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही बाकी के स्कूलों का भी कायाकल्प किया जाएगा.

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