जयपुर :किसी भी फिल्म की आत्मा उसका संगीत होता है. ऐसे में हमने फिल्म के एक-एक गाने पर महीनों मेहनत की. ये खुशनसीबी है कि भले ही आज प्लेबैक सिंगर केके हमारे बीच नहीं रहे, मगर उनके गाए आखिरी नग्मों में से एक इस फिल्म का भी हिस्सा है. यह कहना है एक्टर के साथ ही फिल्ममेकर बन चुके जगत सिंह का, जो अपनी फिल्म 'क्रिस्पी रिश्ते' के प्रमोशन के सिलसिले में होम टाउन जयपुर पहुंचे. यह फिल्म 18 अक्टूबर को जियो सिनेमा पर रिलीज होने वाली है. इस फिल्म में 15 गाने हैं, जो पूरी फिल्म को बांधे रखने का काम करेंगे.
बॉलीवुड सिंगर्स श्रेया घोषाल, मोहित चौहान, पेपॉन, साबरी ब्रदर्स, केके, जुबिन नौटियाल, नक्कश अजीज, ऋचा शर्मा, अल्तमश फरीदी सहित भारत के कई मशहूर सिंगर्स ने फिल्म क्रिस्पी रिश्ते को खास बनाया है. फिल्म के प्रमोशन के लिए जयपुर पहुंचे अभिनेता जगत सिंह सोलंकी ने बताया कि फिल्म में 15 गानें होने के बाद भी फिल्म म्यूजिकल नहीं लगेगी और सभी गाने फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाएंगे.
इसे भी पढ़ें -राजस्थानी फिल्म उद्योग को उभारने के लिए गहलोत सरकार की 'पॉलिसी' से नाखुश हैं मेकर्स
उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि छोटी सी उम्र में मुंबई जाने के बाद उन्होंने हमेशा से अपनी फिल्म बनाने का सपना देखा था. इस बीच क्रिस्पी रिश्ते लिखी और सिर्फ 30 मिनट की शार्ट फिल्म बनाने के सपने के साथ इसकी शुरुआत की. आगे बढ़ते हुए उनके दोस्त और प्रोड्यूसर सागर श्रीवास्तव और जयपुर से को-प्रोड्यूसर रुचित श्रीवास्तव भी इस फ़िल्म से जुड़े. साथ मिल कर शॉर्ट फ़िल्म को पूरी तरह से मसाला कमर्शियल फिल्म बनाने का फैसला किया गया.
अभिनेता जगत सिंह (ETV BHARAT JAIPUR) अपनी फिल्म के बारे में बात करते हुए जगत सिंह ने बताया कि क्रिस्पी रिश्ते इमोशन, फैमिली वैल्यू और रिलेशनशिप की कहानी है. ये कहानी 15 गानों से सुसज्जित है और इनमें से एक भी गाना लिप्सिंग नहीं, सभी गाने बैकग्राउंड में इस्तेमाल किए गए हैं. गानों का ताना-बाना फिल्म की कहानी से इस तरह बुना गया है कि यदि इस फिल्म को देखेंगे तो 2 घंटे 12 मिनट में ये नहीं लगेगा कि 15 गाने देख लिए. बड़े-बड़े सिंगर ने इन गानों को अपनी आवाज से सजाया है. और जैसे-जैसे गाने रिलीज हो रहे हैं सभी को अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है.
इसे भी पढ़ें -राजस्थानी फिल्म 'रघुपति राघव राजा राम' का पोस्टर लॉन्च
उन्होंने बताया की कहानी का बेस राजस्थान था और वो खुद भी राजस्थान से ही हैं. ये उनकी पहली कहानी है जो उनके इर्द-गिर्द के वातावरण से ही प्रेरित है. इसी वजह से राजस्थान का फॉक इस फिल्म में इस्तेमाल किया गया है. कुछ लोकगीत फिल्म के अनुसार रीक्रिएट भी किए गए हैं. ये म्यूजिक ही फिल्म का बैकबोन है, फिल्म की जान है. फ़िल्म में राजस्थान का पहनावा यहां की वैल्यूज को दिखाया है. फिल्म में शादी का सीक्वेंस है और जब शादी होती है, तो वो दो परिवारों का मिलन होता है और यहां इन बातों की बहुत ज्यादा वैल्यू है. ये सब कुछ मिलकर के क्रिस्पी रिश्ते को एक सुखद अनुभव बनाती है.
उन्होंने बताया कि ये राजस्थान की कहानी है इसलिए जयपुर की लोकेशन में ही इसे शूट करना ज्यादा सही था. बहुत सारे राजस्थानी कलाकारों ने भी इस फिल्म में सहयोग किया. लगभग 5 सालों में तैयार की गई इस फिल्म में इंडस्ट्री के सीनियर आर्टिस्ट बिजेंद्र कालरा, रवि झांकल, श्रुति उल्फत, मुरली शर्मा, भूपेश सिंह और पायल वाधवा के साथ ही जयपुर का काफी टैलेंट भी दिखाई देगा.
आपको बता दें कि लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा, जय गंगाजल जैसी फिल्मों से अपनी अदाकारी दिखा चुके जयपुर के जगत सिंह इस फ़िल्म से डायरेक्शन में डेब्यू कर रहे है. फ़िल्म की कहानी भी जगत सिंह ने ही लिखी है.