निजी कंपनी का अकाउंटेंट बना चोर, 32 लाख उड़ाए, अब जेल में पीसेगा चक्की - Raipur Theft Case - RAIPUR THEFT CASE
Raipur Theft Case रायपुर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत निजी कंपनी के अकाउंटेंट ने 30 अगस्त को लगभग 32 लाख रुपए के इलेक्ट्रॉनिक सामान और नकदी की चोरी की थी.पकड़े जाने के बाद आरोपी ने रकम वापस करने की बात कही थी.लेकिन पैसे देने के वादे से मुकरते हुए आरोपी भाग गया था.जिसकी पुलिस ने गिरफ्तारी की है. आरोपी को रायपुर पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है.
निजी कंपनी का अकाउंटेंट बना चोर (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर : निजी कंपनी के दफ्तर में चोरी करके फरार हुए अकाउंटेंट को पुलिस ने अरेस्ट किया है. आरोपी का नाम रौनक डे है. आरोपी के कब्जे से पुलिस ने दो लैपटॉप, एक मोबाइल, 5 हजार नकदी समेत लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए का सामान जब्त किया है. सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 381 के तहत कार्रवाई की है.
अकाउंटेंट बना चोर :सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने बताया कि " निजी वेब पोर्टल के मालिक पप्पू फरिश्ता ने 30 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके कार्यालय में रौनक डे नाम का कर्मचारी साल 2020 से काम कर रहा है. जो अकाउंट बैंकिंग कर्मचारियों का पेमेंट इंश्योरेंस पॉलिसी और अन्य काम की देखरेख करता है. 20 मई 2024 को कैश की देखरेख करने वाला कर्मचारी अपने बेटे के साथ दिल्ली गया था.''
32 लाख उड़ाए, अब जेल में पीसेगा चक्की (ETV Bharat Chhattisgarh)
''दिल्ली जाने से पहले अखबार कार्यालय के रेस्ट रूम में नकदी समेत कुछ दस्तावेज रखे थे. जिसमें नया ताला खरीदकर लगाना था. इसकी जिम्मेदारी कर्मचारी ने रौनक डे को दी थी.लेकिन रौनक ने नए ताले की तीन चाबियों से एक अपने पास रख ली और ये बताया कि ताला कंपनी अब दो ही चाबी बनाती है.मालिक के दिल्ली जाने के बाद आरोपी ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया.'' रोहित मालेकर, टीआई सिविल लाइन थाना
कैसे चला चोरी का पता ?: 12 जुलाई को दोपहर में दिल्ली से वापस आकर कर्मचारी ने रेस्ट रूम चेक किया. जहां रखे 32 लाख रुपए गायब थे.जिसकी सूचना कर्मचारी ने अपने मालिक को दी. वेब पोर्टल के मालिक को अपने कर्मचारी रौनक डे के ऊपर संदेह हुआ. जिसके बाद मालिक ने मार्केट के जिस दुकान से ताला लिया था, उस दुकान में पता किया. दुकानदार ने ताले की तीन चाबी देना बताया.इसके बाद जब रौनक डे से पूछा गया तो उसने चोरी की बात कबूली और रकम लौटाने की बात कही.लेकिन रकम लौटाने के बजाय आरोपी भाग गया.जिसके बाद पुलिस ने टीम बनाई और आरोपी के लोकेशन कोलकाता में डेरा डाला.जहां से आरोपी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.