जयपुर :प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है. एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर) 2024 के बेसिक सर्वेक्षण में यह सामने आया कि राजस्थान में सभी कक्षाओं के बच्चों की फंडामेंटल एजुकेशन और मैथमैटिकल स्किल का स्तर सुधरा है. साथ ही सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्रों की सीखने की क्षमता भी बढ़ी है. हालांकि, सरकारी स्कूलों में नामांकन में गिरावट भी देखी गई है.
एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर) 2024 में सामने आया कि कक्षा एक में अक्षर या उससे ज्यादा पढ़ने वाले बच्चों का प्रतिशत 2022 में 37.3 था, जो 2024 में बढ़कर 52.6 फीसदी हो गया है. इसी तरह, कक्षा दो में शब्द या उससे ज्यादा पढ़ने वाले बच्चों का आंकड़ा 2022 में 23.2 फीसदी था, जो अब बढ़कर 2024 में 33.10 फीसदी हो गया है.
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साथ ही, 2018 से पहली बार राज्य स्तर पर सरकारी विद्यालयों में तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए बेसिक फंडामेंटल एजुकेशन का स्तर सबसे ज्यादा देखा गया है. असर रिपोर्ट 2018 के अनुसार कक्षा 3 के 10.3 फीसदी बच्चे कक्षा 2 के स्तर का अध्याय पढ़ने में सक्षम थे, यह आंकड़ा 2022 में गिरकर 7.7 फीसदी रह गया था, लेकिन 2024 में यह बढ़कर 12.1 फीसदी हो गया है. इसी तरह 2018 में कक्षा पांच के 39.1 फीसदी छात्र कक्षा दो स्तर का पाठ पढ़ने में सक्षम थे. यह आंकड़ा 2022 में घटकर 31.5 फीसदी रह गया था और 2024 में यह बढ़कर 37.7 फीसदी हो गया है.