मेरठ : राजस्थान के सीकर में रविवार को हुए हादसे में मारे गए सभी सात लोगों के शवों का सोमवार को मेरठ क्षेत्र के गंगा घाट गढ़ में अंतिम संस्कार करा दिया गया. अंतिम संस्कार में पहुंचे परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. वहीं दोनों मासूमों के शवों को देखकर वहां मौजूद हर कोई द्रवित हो उठा.
धार्मिक यात्रा पर गए 7 लोगों की मौत. मेरठ के ब्रहमपुरी थाना क्षेत्र के शिवशंकरपुरी में रहने वाले हार्दिक बिंदल का परिवार रहता था. शनिवार को हार्दिक अपनी मां मंजू बिंदल, पत्नी स्वाति, दो बेटियों सिदीक्षा और रितिशा, मौसी नीलम गोयल पत्नी मुकेश गोयल और मौसेरे भाई आशुतोष गोयल को साथ लेकर राजस्थान की धार्मिक यात्रा पर निकले थे. रविवार दिन में पहले राजस्थान में जीण माता के दर्शन किए. इसके बाद कार से रानी सती के दर्शन के लिए निकले, लेकिन यह सफर उनका अंतिम यात्रा साबित हुआ.
चुरू हाईवे पर हार्दिक की कार अचानक रुई लदे ट्रक में जा टकराई थी. टक्कर लगते ही आग लग गई और जब तक कोई कुछ समझ पाता आग की लपटें तेज हो गईं. आग लगने के बाद कार लाॅक हो गई. इस वजह से कोई कार से नहीं निकल पाया. कार में बैठे लोग चिल्लाते रहे, लेकिन आग की भयंकर लपटों की वजह से प्रत्यक्षदर्शी भी उन्हें बचा नहीं सके. इसके चलते सभी की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद सभी के परिजन मेरठ क्षेत्र के गंगा घाट गढ़ ले जाए गए. जहां सभी का अंतिम संस्कार करा दिया गया. हार्दिक के मित्र मोहित गोयल ने बताया कि परिवार के सदस्य ब्रजघाट पहुंचे हैं. सभी शवों का गंगा घाट पर अंतिम संस्कार करा दिया गया है.
यह भी पढ़ें : धार्मिक यात्रा पर 7 की मौत; 8 साल बाद राजस्थान गए थे मन्नत पूरी करने, पूरा परिवार हो गया खत्म - Accident Inside Story
यह भी पढ़ें : Road Accident In Sikar Rajasthan : सीकर में दर्दनाक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत