दुर्ग :छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में ACB और EOW की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. सोमवार सुबह तीन गाड़ियों में एसीबी के 10 से अधिक अधिकारी दुर्ग के शांतिलाल चोपड़ा के घर और ऑफिस मोक्षित कॉरपोरेशन में छापेमारी करने पहुंचे हैं. राजधानी रायपुर के ठिकानों और दुर्ग में एसीबी ने एक साथ छापेमारी की है.
मोक्षित कार्पोरेशन में छापे मारी : जानकारी के मुताबिक, एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम सुबह सुबह गंजपारा स्थित मोक्षित कार्पोरेशन और शांतिलाल व शशांक चोपड़ा के घर एक साथ पहुंची. तीन गाड़ियों में एक दर्जन से अधिकारी जांच करने पहुंचे हैं और पूरे घर व ऑफिस में दस्तावेज खंगाल रहे हैं. इस दौरान किसी को भी घर से अंदर बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है. वहीं, घर और ऑफिस के बाहर पुलिस बल भी मौजूद है.
शांतिलाल चोपड़ा के घर और ऑफिस में छापा (ETV Bharat Chhattisgarh)
करोड़ों के भ्रष्टाचार करने के आरोप : दुर्ग में गंजपारा निवासी शांतिलाल चोपड़ा और उनके बेटे शशांक चोपड़ा मोक्षित कार्पोरेशन नाम से दवा और मेडिकल इक्विपमेंट की एजेंसी चलाते हैं. इस एजेंसी का कार्य सरकारी मेडिकल एजेंसी में दवा की सप्लाई करना है. आरोप है कि इस एजेंसी के जरिए इन लोगों ने कई करोड़ के भ्रष्टाचार किए हैं. उसी की जांच के लिए ईओजब्ल्यू और एसीबी की टीम यहां पहुंची है. खबर लिखे जाने तक अधिकारियों की जांच चल रही है.
ईओडब्ल्यू और एसीबी दर्ज किया एफआईआर : ईओडब्ल्यू एसीबी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड रायपुर के अधिकारियों और संचनालय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आपराधिक षडयंत्र किया है. जिसके तहत पूल टेंडरिंग कर स्वास्थ्य विभाग में उपयोग होने वाले रीजेंट और मशीन के बाजार मूल्य से अधिक कीमत पर बेचकर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाया गया है. मोक्षित कॉरपोरेशन गंजपारा दुर्ग, CB कॉरपोरेशन जीई रोड दुर्ग, रिकॉर्ड्स एवं मेडिकेयर सिस्टम एचएसआईआईडीसी पंचकूला हरियाणा और श्री शारदा इंडस्ट्रीज ग्राम तर्रा तहसील धरसीवां रायपुर के साथ आपराधिक षडयंत्र किया गया है. इस संबंध में ईओडब्ल्यू और एसीबी में धारा 409 120 भी सहित अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
हरियाणा और छत्तीसगढ़ में छापेमारी : 27 जनवरी यानी सोमवार को ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीम ने आरोपियों के निवास स्थान और संबंधित जगहों पर छापेमार कार्रवाई की. इसके तहत जिला रायपुर, दुर्ग और हरियाणा के दर्जन भर से अधिक स्थानों पर रेड मारा गया है. इस कार्रवाई में आरोपियों के निवास स्थान और अन्य जगहों से केस के संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक अकाउंट और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इन दस्तावेजों का जांच और विश्लेषण के बाद आगे की कार्रवाई ईओडब्ल्यू और एसीबी करेगी.