नई दिल्ली: पूरे देश भर में शारदीय नवरात्रि की धूम मची हुई है. इन दिनों माता के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. आज नवरात्रि का छठवां दिन हैं जो माता कात्यायनी को समर्पित होता है. इस दिन भक्त शुभ मुहुर्त में माता की पूजा करते हैं. माता प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामना पूरी करती है. आज का दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को समर्पित है.
ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण इनका नाम कात्यायनी रखा गया. इस दौरान दिल्ली के झंडेवालान देवी मंदिर, छतरपुर के शक्तिपीठ माता आद्या कात्यानी देवी मंदिर और कालकाजी मंदिर सुबह से ही भक्तों की भीड़ है. मैया की पूजा अर्चना करने के लिए भक्त सुबह 5 बजे से ही जमा होने लगे. भीड़ अधिक होने से भक्त कतार में लगकर मुख्य द्वार तक पहुंचे. दुर्गा स्तुति और मां शेरावाली के जयकारों के बीच मां के दर्शन किए गए.
झंडेवालान देवी मंदिर में भक्तों ने सिर झुका कर परिवार की सुख समृद्धि के लिए मन्नतें मांगी. भीड़ अधिक होने से भक्तों को ज्यादा देर तक कतार में इंतजार करना पड़ा. भक्तों ने दिया प्रज्वलित कर माता का अभिषेक किया. मंदिर में सुबह की आरती हुई. दिल्ली के छतरपुर शक्तिपीठ माता आद्या कात्यानी देवी मंदिर में सुबह की आरती हुई. मंदिर में भक्तों को तांता लगा है. बच्चे, बूढ़े महिलाएं सभी देवी की पूजा अर्चना कर रहे हैं और मां से मनोकामना मांग रहे हैं.
वहीं दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी है. सुबह मां का सुंदर श्रृंगार किया गया था. पुरोहितों ने मां का विधि-विधान से पूजन कर महाआरती किया. माता के जयकारों के बीच दर्शन-पूजन शुरू हुआ. सुबह 4 बजे भोर से परिसर में भक्तों की लंबी कतार लगी हुई नजर आई.
कैसा है मां का स्वरूप?
माता दुर्गा के इस छठवें स्वरूप की बात की जाए तो, ये स्वरूप अत्यंत चमकीला और भास्वर है और वे ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं. इनकी चार भुजाएं हैं, इनमें से दाहिनी तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है वहीं नीचे वाला हाथ वरमुद्रा में है. जबकि, बाईं तरफ के ऊपरवाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल-पुष्प है. इसके अलावा माता का वाहन सिंह को बनाया गया है.