नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर उनको अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. शुक्रवार को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, सीएम आतिशी और सांसद संजय सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. वहीं पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह ने दस साल प्रधानमंत्री रहकर देश को आगे बढ़ाने के लिए बहुत काम किया. वे निश्चित रूप से इस योग्य हैं कि उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए.
आप सांसद ने कहा, उनकी पहचान एक अर्थशास्त्री के रूप में पूरी दुनिया में थी. एक प्रधानमंत्री के रूप में पूरी दुनिया में उनका सम्मान था, इसलिए निश्चित रूप से उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए. मुझे राज्यसभा में मनमोहन सिंह के साथ इतने सालों तक रहने का सौभाग्य मिला. मैं एक घटना भूल नहीं पाता हूं. एक बार मैं हस्ताक्षर कर रहा था और उन्होंने कंधे पर हाथ रखा. मैंने पलट कर देखा और उनके पैर छूकर माफी मांगी की मैं उन्हें देख नहीं पाया. उन्होंने मुझसे कहा, आप विपक्ष की मजबूत आवाज हैं. मैं उनके यह वाक्य कभी नहीं भूल सकता. जब वह सदन में बोलने के लिए खड़े होते थे तो सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सब उनकी बातों को बहुत ध्यान से सुनते थे. आज वह हमारे बीच नहीं हैं. मैं अपनी और अपनी पार्टी की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
उधर, अरविंद केजरीवाल ने X पर पोस्ट किया, मैंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की. इस पवित्र क्षण में उनके परिवार से मुलाकात की और उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. डॉ. सिंह एक दूरदर्शी नेता थे. उनके आर्थिक सुधारों ने आधुनिक भारत को आकार दिया और उनकी विनम्रता ने अनगिनत लोगों के जीवन को छुआ.
वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने X पर लिखा, मैंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की. वह एक शानदार अर्थशास्त्री थे. उन्होंने 1990 के दशक में भारत के आर्थिक सुधारों को दिशा दी और देश के इतिहास में एक अहम मोड़ पर उसकी दिशा तय की. भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नेतृत्व क्षमता शांति, ईमानदारी और देशवासियों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से परिपूर्ण थी. डॉ. सिंह के योगदान ने हमारे आर्थिक और राजनीतिक सिस्टम पर गहरी छाप छोड़ी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.