नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर अब प्रत्याशियों का नामांकन करने का सिलसिला शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में बुधवार को आम आदमी पार्टी से शकूरबस्ती से प्रत्याशी सत्येंद्र जैन नामांकन दाखिल करेंगे.इसे लेकर उन्होंने X पर पोस्ट कर जानकारी दी. इससे पहले मंगलवार को सीएम आतिशी, कांग्रेस नेता अल्का लांबा और आप नेता सोमनाथ भारती ने नामांकन किया था.
साथ ही उन्होंने मंगलवार को क्राउड फंडिंग कैंपेन की शुरुआत की और लोगों से अपने सामर्थ्य के अनुसार डोनेशन देने की अपील की. कैंपेन की शुरूआत करते हुए आप सांसद संजय सिंह ने अपनी सैलरी से एक लाख रुपए दान देने ऐलान किया. उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक योजना को सफलता पूर्वक लागू करके दिखाया.
जमकर की तारीफ:संजय सिंह ने मंगलवार को कहा, मैं समझता हूं कि राजनीति में पारदर्शिता और साफ सुथरा चरित्र होना आवश्यक है, वरना लोग आपके ऊपर भरोसा नहीं करते. सत्येंद्र जैन वो शख्स हैं, जिन्होंने दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए कोरोना काल में अनुकरणीय काम करके दिखाया है. उसी समय उनके पिताजी की भी मृत्यु हो गई थी. इसके बावजूद इन्होंने दिल्ली के लोगों की जान बचाने के लिए दिन-रात मेहनत की. इस दौरान सत्येंद्र जैन खुद भी बीमार हो गए थे और मौत से लड़कर आए. ऐसा शख्स चुनाव लड़ने जा रहा है.
लोगों से की अपील:उन्होंने आगे कहा, सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के बिजली मंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर मुफ्त बिजली की योजना लागू की दिल्ली में जो कुछ भी बदलाव देखने को मिलते हैं, सत्येंद्र जैन उस टीम में केजरीवाल के प्रमुख सहयोगी रहे. मेरी अपील है कि चुनाव लड़ने के लिए सभी लोग बढ़-चढ़कर इन्हें डोनेट करें.
लोगों में भाजपा के प्रति नाराजगी:इस दौरान सत्येंद्र जैन ने कहा, मैं शकूरबस्ती विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहा हूं और मैंने जनता से इसके लिए पैसे दान देने की अपील की है. जब मैं जेल में था तो सोचता था कि चुनाव तक बाहर आ पाऊंगा या नहीं. हमारी पार्टी के कई नेता जेल में थे. लेकिन एक-एक करके सभी लोग बाहर आए. सबसे पहले संजय सिंह, उसके बाद मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल और बाद में मैं भी बाहर आ गया. जब हम बाहर आए तो हमें लग रहा था कि जनता के अंदर नाराजगी भी हो सकती है. लेकिन जब मैं पब्लिक में गया तो समझ में आया कि ये नाराजगी हमसे नहीं, बल्कि भाजपा से है.
काम को लेकर होनी चाहिए प्रतिस्पर्धा:उन्होंने आगे कहा, लोगों का कहना था कि राजनीति में पार्टियों के बीच काम को लेकर प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. अगर एक पार्टी कोई काम करे तो दूसरी पार्टी को उससे अच्छा करके दिखाना चाहिए. ये कोई सही राजनीति नहीं है कि आप खुद भी अच्छा काम न करो और कोई दूसरा करे तो उसे पकड़कर जेल में डाल दो. अब तक हमने सभी काम जनता के लिए ही किए हैं.