नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी विधानसभा के लिए अलग से शिक्षा घोषणा पत्र जारी करने वाले मनीष सिसोदिया पहले नेता बन गए हैं. उन्होंने अपने विधानसभा जंगपुरा के लिए शिक्षा घोषणा पत्र जारी किया है. दिल्ली में शिक्षा क्रांति के जनक पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपनी विधानसभा जंगपुरा के बच्चों का भविष्य संवारने की घोषणा की है. उन्होंने शिक्षा घोषणा पत्र में शिक्षा को महत्व देते हुए सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों का कायाकल्प करने का वादा किया है.
उन्होंने कहा कि मैंने शिक्षा मंत्री के रूप में काम करते हुए दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए एक ठोस नींव तैयार की है. अब जंगपुरा से विधायक बनने के बाद क्षेत्र के स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव लाने पर काम करूंगा. यहां सराय काले खां और हजरत निजामुद्दीन इलाके में सभी सुविधाओं से सुसज्जित दो नए स्कूल बनाए जाएंगे. सरकारी स्कूलों की तरह ही क्षेत्र के सभी सहायता प्राप्त स्कूलों में शैक्षिक सुविधाएं दी जाएंगी और निजी स्कूलों को मनमाना फीस नहीं बढ़ाने दिया जाएगा. साथ ही, हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और उर्दू के साथ उन भारतीय भाषाओं के टीचर्स भी रखे जाएंगे जो वहां पढ़ने वाले बच्चों की मातृ भाषा है.
शिक्षा किसी परिवार की तरक्की का एकमात्र जरिया
मनीष सिसोदिया ने जारी शिक्षा घोषणा पत्र में कहा है कि बच्चों की अच्छी शिक्षा ही किसी परिवार की तरक्की का एकमात्र जरिया है. हम सब चाहते हैं कि हमारा बच्चा बड़ा होकर एक सफल और प्रतिष्ठित व्यक्ति बने. लेकिन, उसके लिए बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलना बहुत जरूरी है. उन्होंने अपने शिक्षा घोषणा पत्र में फिरोज शाह कोटला और हरि नगर आश्रम के स्कूल में शानदार नई बिल्डिंग बनाई जाएगी और यहां बच्चे 12वीं तक की पढ़ाई कर सकेंगे.
स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड, सफाई कर्मी की व्यवस्था
सिसोदिया ने शिक्षा घोषणा पत्र में यह भी वायदा किया है कि सभी स्कूलों में टीचर्स की संख्या पूरी रहेगी. स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड व सफ़ाई कर्मचारी होंगे, ताकि सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था बेहतरीन रहे. ट्रैफिक पुलिस के साथ तालमेल रहेगा ताकि स्कूल लगने-छूटने के समय बच्चों को असुविधा न हो. दिल्ली सरकार के स्कूलों, 17 नगर निगम के स्कूलों और क्षेत्र की सभी 62 आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ जोड़ा जाएगा ताकि तीन साल से लेकर 18 साल की उम्र तक हर बच्चे को शिक्षा का अच्छा अवसर मिले.
सहायता प्राप्त और प्राइवेट स्कूल
सिसोदिया ने कहा कि क्षेत्र के सभी 11 सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी वही शैक्षिक सुविधाएं दी जाएंगी, जो दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों को मिलती है. यहां पढ़ने वाले बच्चों की भी शैक्षिक प्रगति को लगातार ट्रैक किया जाएगा. यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार, सभी सहायता प्राप्त स्कूलों की ग्रांट समय से वितरित करें. किसी भी प्राइवेट स्कूल को मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने की इजाज़त नहीं होगी.