नई दिल्ली:दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार में सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. 12 अप्रैल को भी ईडी नोटिस जारी कर राजकुमार आनंद को बुलाया था. इससे पहले 23 घंटे उनके यहां ईडी की रेड हो चुकी है. उन्होंने डरकर पार्टी से इस्तीफा दिया है. जल्द राजकुमार आनंद को भ्रष्टाचारी बताने वाली भाजपा माला पहनाकर स्वागत करेगी.
संजय सिंह ने कहा कि ईडी की रेड के बाद पार्टी क्यों टूट सकती है. आज साफ हो गया. ईडी की जांच के पीछे आम आदमी पार्टी को तोड़ने की साजिश है. आज पार्टी के एक-एक नेता की परीक्षा है. 23 घंटे राजकुमार आनंद के घर रेड हुई थी. नड्डा से लेकर अमित शाह तक ने राजकुमार आनंद को भ्रष्टाचारी बताया था. यही लोग कल माला पहनाकर राजकुमार आनंद का स्वागत करेंगे. हम कल भी सच थे. आगे भी सच रहेंगे.
काईवाई से डर गए राजकुमार आनंद:सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल को गिरफ्तार करना पार्टी को तोड़ना उद्देश्य था. हम लोग राजकुमार आनंद को कुछ नहीं कहेंगे. हर आदमी संजय सिंह नहीं है. वह डर गए हैं. वह कहते थे जैसे ही मैं एक्टिव होता हूं फोन आ जाता है. राजकुमार आनंद को पार्टी और पद से रिजाइन करवाया गया. अब वह विधायक भी नहीं हैं. इसका मतलब यह है कि उन्हें डराया गया. आज बीजेपी ने प्रजातंत्र की हालात वो कर दी है कि आज चुने हुए मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेताओं को संजय सिंह, केजरीवाल और मनीष सिसोदिया बनना है. राजकुमार आनंद नहीं बनना है.
23 घंटे की रेड के बाद राजकुमार आनंद ने कहा था कि पूछताछ में कुछ नहीं मिला. कई काल्पनिक नाम ले रहे थे, जिनके बारे में कुछ नहीं पता है. पहली बार नाम सुना था. संजय सिंह ने कहा कि 2 घंटे पहले मेरा वीडियो ट्वीट किया था. हर दफ्तर में बाबा साहब की फ़ोटो है. जनरल सीट पर एससी वर्ग से उम्मीदवार को उतारा गया है. आजादी के बाद पहली ऐसी सरकार है जो स्कूलों में बच्चों को बाबा साहब का संविधान पढ़ा रही है. यह आरोप लगाना की पार्टी में एससी वर्ग को नहीं मिल रहा है. यह गलत है. राजकुमार आनंद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पर्चा पढ़ रहे थे. इसके पता लगता है कि उन्हें स्क्रिप्ट दी गई थी.