नई दिल्ली से टिकट देने पर AAP ने बीजेपी को घेरा नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी द्वारा नई दिल्ली लोकसभा सीट से दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को टिकट दिया गया है. रविवार को मंत्री आतिशी और नई दिल्ली सीट से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सोमनाथ भारती ने बांसुरी स्वराज को महिला विरोधी बताया. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से इनका टिकट रद्द करने की भी मांग की.
आतिशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सबसे पहले यूजलेस लोगों को टिकट देती है. यदि वह गलती से जीत जाते हैं तो जनता के बीच जाते नहीं हैं. वहीं, अगले चुनाव में जनता को बेवकूफ बनाने के लिए भाजपा उम्मीदवार बदल देती है. ताकि वह 5 साल फिर जनता को बेवकूफ बना सकें.
शनिवार को जब भाजपा के दिल्ली से पांच लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची आई तो हमने देखा चार सांसदों को बदल दिया गया है. नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, साउथ दिल्ली से रमेश बिधूड़ी, वेस्ट दिल्ली से प्रवेश वर्मा और चांदनी चौक से डॉ. हर्षवर्धन को बदल दिया. लेकिन दिल्ली की जनता अब बेवकूफ बनने वाली नहीं है.
आतिशी ने कहा कि नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी का टिकट काटकर बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है, जो बार-बार देश हित के खिलाफ कोर्ट में खड़ी रही है. वह देश के विरोधियों को सुरक्षित करती रही हैं. बांसुरी एक वकील है और एक वकील जनता के हित की लड़ाई लड़ता है. लेकिन वह इस देश से लाखों करोड़ रुपए लेकर फरार हुए ललित मोदी का केस लड़ीं. मणिपुर हिंसा में जब दो महिलाओं को नग्न करके घुमाया गया तो भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में बांसुरी स्वराज ही खड़ी हुई. आज वह किस मुंह से नई दिल्ली लोकसभा में महिलाओं से वोट मांगने जाएंगी.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में चोरी करने का प्रयास हुआ. जब चीफ जस्टिस ने इस चुनाव को मर्डर ऑफ डेमोक्रेसी कहा तो बीजेपी के झूठे मेयर की तरफ से बांसुरी स्वराज सुप्रीम कोर्ट में खड़ी थी. आतिशी ने कहा कि बांसुरी स्वराज को अपने कुकर्मों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए. नई दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी को अपना कैंडिडेट बदलना चाहिए. वरना यह सामने आ जाएगा कि बीजेपी राष्ट्र और महिला विरोधी है.
नई दिल्ली लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने बांसुरी स्वराज पर देश विरोधी लोगों के साथ खड़े रहने का आरोप लगाया. महिला पहलवानों का आरोपों में फंसे सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए बांसुरी स्वराज ने केश लड़ा.