मुजफ्फरपुर: 30 दिनों तक चलने वाला रमजानआज से शुरु हो गया है. पहले दिन ही मुजफ्फरपुर के जुरन छपरा निवासी मोहम्मद अकरम की तीन साल की बेटी खदीजा और मोहम्मद अजहर के 4 साल के बेटा हुजैफा ने अपना पहला रोजा रखा है. दोनों बच्चे रोजा रखकर बहुत खुश हैं और अल्लाह की इबादत कर रहे हैं. इनके घर वालों ने बताया कि शाम में ये लोग अजान होने के बाद खजूर और पानी से रोजा खोलेंगे और गरीबों में अफ्तार बांटी जाएगी.
'खजूर और शरबत से खोलेंगे रोजा': वहीं मासूम हुजैफा और खदीजा ने बताया कि रोजा रखने से अल्लाह खुश होते हैं. इसलिए हम दोनों ने रोजा रखा है. बच्चों ने बताया कि रमजान के माह में रोजा रखने से अल्लाह हर एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब अता फरमाते हैं, इसलिए हमने रोजा रखा है. खदीजा ने बताया कि इफ्तार के समय घरवालों के साथ इफ्तार करना और सुबह में उठकर सेहरी करना अच्छा लगता है.
"पूरे दिन भर में पांच वक्त नमाज पढ़ेंगे. शाम को इफ्तार करेंगे फिर अल्लाह से दुआ मांगेंगे. हम बहुत खुश हैं. मगरिब की अजान होने के बाद खजूर पानी से रोजा खोलेंगे. फिर घर में बने अफतार खायेंगे और अल्लाह का शुक्रिया अदा करेंगे. गरीबों के बीच इफ्तार बांटे जाएंगे और नजदीक के मस्जिदों में भी इसे भेजा जाएगा"- खदीजा, नन्ही रोजेदार
बड़ों को देखकर बच्चों ने रखा रोजाः वहीं, खदीजा के पिता वसीम अकरम ने बताया कि घर के बच्चों ने बड़ों को देखकर रोजा रखना शुरू किया हैं. घर में और भी कई बच्चे हैं, जो रोजा रखते हैं. उनमें पलक, हुमैरा, आमिर, अयान भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि वे व्यवसाय करते हैं. पिता मो. मुश्ताक अहमद हेडमास्टर से रिटायर्ड हुए. मासूम हुजैफा के पिता शिक्षक हैं.