सालों बाद आ रहा है फरवरी का सबसे खास दिन, 4 मारक योग बदल देंगे पूरी जिंदगी - leap year 29 february auspicious
29 February Special Day: फरवरी का महीने अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है. इस बार फरवरी का महीना 29 दिन का है, इसमें कई विशेष योग बन रहे हैं जिससे लाभ ही लाभ होता दिख रहा है.
फरवरी का महीना चल रहा है और बस अब कुछ ही दिन बचे हैं, जब फरवरी का महीना भी खत्म हो जायेगा. इस बार फरवरी का महीना 29 दिन का है और ऐसा हर चौथे साल में होता है, जब फरवरी का महीना 29 दिन का होता है. बाकी के साल ये महीना 28 दिन का ही होता है. वैसे तो साल में 12 महीने होते हैं, कोई महीना 30 दिन का, कोई महीना 31 दिन का होता है, लेकिन फरवरी ही एक ऐसा महीना होता है जो 28 दिन का होता है. इस बार जो फरवरी का महीना 29 दिन का है, उसमें कई विशेष योग बन रहे हैं जिससे लाभ ही लाभ के योग हैं.
29 फरवरी है खास
इस बार जो 29 फरवरी का दिन है वह बहुत खास है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि जब फरवरी महीने की शुरुआत हुई थी तो गुरुवार के दिन से हुई थी और फरवरी महीना जो इस बार खत्म हो रहा है 29 फरवरी के दिन उस दिन भी दिन गुरुवार ही है. 29 फरवरी की बात करें तो इस दिन चित्रा नक्षत्र भी है, पंचमी का दिन है और यहां भी त्रिपद योग बन रहा है, जो काफी फलदाई होगा.
इसके अलावा 29 फरवरी को जयप्रद योग बन रहा है, पूर्ण सिद्ध योग बन रहा है और वृद्धि योग बन रहा है. यहां भी त्रिगुणी योग बन रहा है और ऐसा योग बनने से किसी भी काम में हाथ डालेंगे हर तरह की वृद्धि होगी. कार्य में सफलता मिलेगी, किसी तरह की कोई बाधा नहीं आएगी, हर कार्य अच्छे तरीके से संपन्न होगा. फरवरी का महीना काफी फलदाई है, इस बार 29 फरवरी का दिन काफी फलदाई माना जा रहा है. ये काफी शुभ दिन है और इस दिन कोई भी शुभ कार्य करें बेहतर तरीके से होंगे और अच्छे शुभ दिन में वो कार्य संपन्न होंगे चाहे फिर मांगलिक कार्यक्रम हों, विवाह हो, मंदिर की प्रतिष्ठा हो हर चीज के लिए रास्ते खुले रहेंगे.
कितने साल में 29 दिन की फरवरी
ग्रेगोरियन कैलेंडर पृथ्वी और सूर्य की परिक्रमा के अनुसार बनाया गया था, क्योंकि पृथ्वी को सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लगता है. ऐसे में हर साल 6 घंटे एक्स्ट्रा समय बच जाता है, जो 4 साल बाद 24 घंटे यानी 1 दिन में बदल जाता है और यही वजह है कि हर 4 साल में फरवरी 29 दिन की होती है. इसे लीप ईयर भी कहा जाता है.