नई दिल्लीः दिल्ली में 13 हॉटस्पॉट ऐसे हैं, जहां पर प्रदूषण सबसे अधिक रहता है. पिछले कई सालों से ये इलाके हॉटस्पॉट से बाहर नहीं आ पा रहे हैं. इस साल भी दिल्ली सरकार ने इन 13 हॉटस्पॉट पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए टीमों का गठन किया है. ये टीमें निगरानी करने के साथ ही प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम करेंगी. इसके अलावा 13 हॉटस्पॉट्स पर 80 मोबाइल एंटी स्मॉग गन स्थापित की गई हैं. शनिवार को दिल्ली का आनंद विहार इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा. यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 426 दर्ज किया गया. यह प्रदूषण की गंभीर स्थिति है.
सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले 13 हॉटस्पॉट:दिल्ली में आनंद विहार, वजीरपुर, विवेक विहार, जहांगीरपुरी, अशोक विहार, बवाना, रोहिणी, नरेला, द्वारका, मुंडका, पंजाबी बाग, आरके पुरम और ओखला फेज- दो ये 13 हॉटस्पॉट हैं. इन स्थानों पर प्रदूषण सबसे ज्यादा होता है. इन हॉटस्पॉट वाले इलाकों से होने वाला प्रदूषण पूरी दिल्ली की आबोहवा को खराब कर देता है. इन स्थानों पर प्रदूषण के अलग-अलग कारण हैं. उन कारणों के अनुसार सभी स्थानों के लिए अलग-अलग एक्शन प्लान बनाकर काम किया जा रहा है. ड्रोन से सभी हॉटस्पॉट की निगरानी करने का भी प्रस्ताव बनाया गया है.
प्रदूषण को कम करने के लिए समन्वय समिति का गठन :दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शहर के 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट पर नजर रखने और प्रदूषण को कम करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया है. यह समिति विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों से मिलकर बनी है. इन अधिकारियों को हॉटस्पॉट इलाकों का नियमित दौरा करना होगा और प्रदूषण कम करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर नजर रखनी होगी.
एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर कोऑर्डिनेशन कमिटी के इंचार्ज:दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक प्रत्येक हॉटस्पॉट के लिए अलग-अलग कार्य योजना पर काम होगा. सभी 13 हॉटस्पॉट के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के डिप्टी कमिश्नर को इंचार्ज बनाया गया है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के विभिन्न इंजीनियरों को भी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. धूल से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए इन हॉटस्पॉट्स में 80 मोबाइल एंटी स्मॉग गन स्थापित की गई हैं.