जॉर्जटाउन (गयाना) : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को कहा कि उनकी टीम इंग्लैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में शांत रहने और चीजों को सरल रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि टीम ने अतीत में विफलता के डर से लड़ाई लड़ी है. भारतीय टीम एडिलेड ओवल में 2022 के मेगा-इवेंट के सेमीफाइनल में मिली 10 विकेट की करारी हार का बदला लेने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में उतरेगी. रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर आठ चरण के महत्वपूर्ण मैच में 41 गेंदों में 92 रनों की तूफानी पारी खेलकर टीम की अगुआई की थी. 37 वर्षीय रोहित ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके साथी गुरुवार को स्मार्ट क्रिकेट खेलेंगे.
रोहित शर्मा को अपने खिलाड़ियों पर भरोसा
रोहित ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो 2022 से बहुत कुछ नहीं बदला है. हमने टी20 और वनडे में भी खुले दिमाग से खेलने की कोशिश की है. यह सब उन परिस्थितियों पर निर्भर करता है जो पूरे टूर्नामेंट में चुनौतीपूर्ण थीं. हम एक स्मार्ट क्रिकेट टीम बनना चाहते हैं. मैंने व्यक्तिगत रूप से और खिलाड़ियों के लिए भी चीजों को सरल रखा है. हमने भूमिका स्पष्टता के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है और खिलाड़ियों पर भरोसा किया है कि वे मैदान पर अच्छे निर्णय लें. हर कोई जानता है कि उन्हें काम पूरा करने की जरूरत है. हमें 2022 से 2024 तक बदलने की जरूरत नहीं है'.
हम सेमीफाइनल को सामान्य मैच की तरह लेंगे
रोहित से जब पूछा गया कि क्या उनकी टीम को विश्व खिताब के लिए अपने पिछले प्रयासों में विफलता के डर या दुर्भाग्य से हार का सामना करना पड़ा है, तो उन्होंने कहा, 'यह दोनों का ही मिश्रण है. हम इसे एक सामान्य खेल की तरह लेना चाहते हैं. हम इस बारे में बात नहीं करना चाहते कि यह सेमीफाइनल है. हम एक-दूसरे की कंपनी का आनंद ले रहे हैं और हमें आगे बढ़ना होगा. यह एक नॉकआउट गेम है. अगर आप बहुत ज्यादा सोचते हैं तो इससे कोई फायदा नहीं होता है'.