दिल्ली

delhi

खेल मंत्री ने संन्यास ले चुके खिलाड़ियों से 'रीसेट' में आवेदन करने को कहा - RESET Programme

By ETV Bharat Sports Team

Published : Sep 13, 2024, 7:52 PM IST

RESET Programme : खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश भर के संन्यास ले चुके खिलाड़ियों से हाल में शुरू किए गए ‘सेवानिवृत्त खिलाड़ी सशक्तिकरण प्रशिक्षण (रीसेट)’ कार्यक्रम के लिए आवेदन करने की अपील की है. पढे़ं पूरी खबर.

SPORTS MINISTER MANSUKH MANDAVIYA
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया (ANI Photo)

नई दिल्ली : केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने पूरे भारत के संन्यास ले चुके खिलाड़ियों से हाल ही में शुरू किए गए 'सेवानिवृत्त खिलाड़ी सशक्तिकरण प्रशिक्षण' (रीसेट) कार्यक्रम के लिए आवेदन करने और देश के खेल इकोसिस्टम में सक्रिय रूप से योगदान देने का आह्वान किया है. इस पहल की शुरुआत मंडाविया ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर की थी.

सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए खेल मंत्री ने कहा, 'रीसेट कार्यक्रम हमारे संन्यास ले चुके एथलीटों को मान्यता देने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिन्होंने अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित किया है. हम सभी सेवानिवृत्त खिलाड़ियों से आग्रह करते हैं कि वे नए कौशल विकसित करने, खेल समुदाय से जुड़े रहने और देश की खेल विरासत में योगदान देने के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं'.

रीसेट कार्यक्रम, सेवानिवृत्त एथलीटों को उनके करियर विकास में सहायता करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य पीढ़ियों के बीच की खाई को पाटना है, जिससे संन्यास ले चुके एथलीटों के कौशल और अनुभव से युवा महत्वाकांक्षी खेल प्रतिभाओं को लाभ मिल सके.

मंडाविया ने सेवानिवृत्त एथलीटों को पूर्ण समर्थन देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, तथा उनसे विशेष रूप से नामित पोर्टल के माध्यम से आवेदन करके कार्यक्रम का लाभ उठाने का आग्रह किया.

पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, 20-50 वर्ष की आयु के सेवानिवृत्त एथलीटों के लिए खुला, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है, या राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर मान्यता प्राप्त की है, RESET कार्यक्रम लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (LNIPE) के सहयोग से लागू किया जाएगा.

इसमें ऑनलाइन लर्निंग, ऑन-ग्राउंड प्रशिक्षण और इंटर्नशिप शामिल होगी. इस पहल का उद्देश्य संन्यास ले चुके एथलीटों के अमूल्य अनुभव का उपयोग करना, भविष्य के चैंपियनों को तैयार करना और भारत में खेलों के विकास में योगदान देना है.

ये भी पढे़ं :-

ABOUT THE AUTHOR

...view details