बजट 2024! वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्यों किया आर प्रगनानंद का जिक्र, जानिए वजह - Rameshbabu Praggnanandhaa
आज संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने खेल बजट पेश करते हुए शतरंज के ग्रैडमास्टर और एशियन गेम्स में शानदार खेल दिखाने वाले खिलाड़ियों का जिक्र किया.
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में अंतरिम बजट पेश किया. इस बजट के दौरान उन्होंने खेल और खिलाड़ियों के लिए भी बजट पेश किया. उन्होंने खेल के लिए बजट पेश करते हुए अपने भाषण में शतरंज के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद के विशेष कौशल का भी जिक्र किया. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि देश को खेलों में नई ऊंचाइयों को छूने वाले युवाओं पर गर्व है.
इस बजट सत्र के भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने एशियन गेम्स में भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के बारे में भी बात की है. उन्होंने कहा कि, 'देश को हमारे युवाओं पर गर्व है जो खेलों में नई ऊंचाइयां छू रहे हैं. 2023 में एशियाई खेलों और एशियाई पैरा खेलों में अब तक की सबसे ऊंची पदक तालिका उच्च आत्मविश्वास स्तर को दर्शाती है'.
उन्होंने आगे कहा कि, 'शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी और हमारे नंबर एक रैंक वाले खिलाड़ी प्रगनानंद ने 2023 में मौजूदा विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश की. आज भारत में 80 से अधिक शतरंज ग्रैंडमास्टर हैं, जबकि 2010 में केवल 20 से अधिक ग्रैंडमास्टर थे'.
प्रग्गनानंद ने भारत में नंबर रैंकिंग हासिल करने के लिए महान विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़ दिया. उन्होंने 5 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था. उन्होंने साल 2018 में 12 साल की उम्र में भारत के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बने. वो अभिमन्यु मिश्रा, सर्गेई कारजाकिन, गुकेश डी और जावोखिर सिंदारोव के बाद प्रग्गनानंद ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने वाले पांचवें सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. उनकी बड़ी बहन आर वैशाली भी एक ग्रैंडमास्टर हैं, जो दुनिया की पहली भाई-बहन जोड़ी बनाती है.
भारत ने पिछले साल एशियाई और एशियाई पैरा खेलों में रिकॉर्ड संख्या में जीत हासिल की. एशियाई पैरा खेलों में भारतीय एथलीटों ने 111 पदक जीते. देश का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2018 में इंडोनेशिया में हुए आयोजन में 72 पदक था. भारत ने पैरा मल्टी-स्पोर्ट इवेंट में अपना अभियान पदक तालिका में पांचवें स्थान पर समाप्त किया. भारत ने चीन के हांगझू में अपने एशियाई खेलों के अभियान को 107 पदकों - 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य - के रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया.