देहरादून(उत्तराखंड): पेरिस ओलंपिक में अभी तक भारत 3 मेडल जीत चुका है. इस बार पेरिस ओलंपिक में इंडियन शूटर्स ने कमाल किया है. पेरिस ओलंपिक में सबसे पहले मनु भाकर ने शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का खाता खोला. इसके बाद 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में भी मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने कमाल का निशाना लगाया. इन दोनों ही शूटर्स ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत की पदल तालिका को आगे बढ़ाया. पेरिस ओलंपिक में कमाल कर भारत लौटे सफल शूटर सरबजोत सिंह का भव्य स्वागत हुआ. जिसके बाद आज सरबजोत सिंह देहरादून पहुंचे, जहां सरबजोत सिंह से ईटीवी भारत उत्तराखंड के ब्यूरोचीफ किरनकांत शर्मा ने खास बातचीत की. इस बातचीत में सरबजोत सिंह ने अपने शूटिंग के सफर से लेकर सफलता तक की बात की. साथ ही उन्होंने भविष्य को लेकर की जाने वाली प्लानिंग को लेकर भी बात की.
मेडल के लिए 8 साल बहाया पसीना:ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए ओलंपिक मेडलिस्ट सरबजोत सिंह ने कहा वह पेरिस में अपने प्रदर्शन से अभी खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा जब तक वह अपना गोल अचीव नहीं कर लेते तब तक उन्हें संतुष्टि नहीं मिलेगी. सरबजोत सिंह ने इस मेडल के लिए उन्होंने लगभग 8 साल से तैयारी की है. 8 साल से वह लगातार ओलंपिक के बारे में सोच रहे थे. उन्होंने कहा दुनिया में भारत का प्रतिनिधित्व करना हमेशा ही उनका सपना रहा है. सरबजोत सिंह ने कहा जब वह रेंज में पहुंचे तब कभी उनके मन में मेडल जीतने का विचार नहीं आया. तब वे केवल अपने गेम पर ही फोकस कर रहे थे. सरबजोत सिंह ने बताया इस खेल में उन्हें थोड़ी दिक्कतें हुई, मगर लगातार मेहनत और प्रयास के कारण धीरे धीरे सब कुछ सामान्य होता चला गया.
हर खिलाड़ी का सपना होता है देश के लिए खेलना: सरबजोत सिंह स्कूली दिनों में पहले उन्हें फुटबॉल में डाला गया. इसके बाद उन्हें शूटिंग के लिए कहा गया. तब उन्होंने शूटिंग में हाथ आजमाना शुरू किया. देखते ही देखते वे इसमें रमने लगे. सरबजोत सिंह ने कहा शूटिंग की प्रैक्टिस के साथ ही उन्होंने टूर्नामेंट खेलने शुरू किये. जिसमें वे मेडल लेकर आये. जिसके बाद वे आगे बढ़ते चले गये. सरबजोत सिंह ने कहा हर खिलाड़ी हर एथलीट का सपना भारत के लिए खेलना होता है. उन्होंने भी भारत के लिए खेलने के लिए कड़ी ट्रेनिंग की.