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WATCH : पाकिस्तान में अरशद नदीम का भव्य स्वागत, वर्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया के जश्न की नकल की - Paris Olympics 2024

Arshad Nadeem grand welcome in lahore : पेरिस ओलंपिक 2024 में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने वाले पाकिस्तान के स्टार एथलीट अरशद नदीम का रविवार को एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ. हालांकि, इस दौरान फैंस ने टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन भारतीय क्रिकेट टीम के जश्न की नकल की. पढे़ं पूरी खबर.

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अरशद नदीम (AFP Photo)

By ETV Bharat Sports Team

Published : Aug 11, 2024, 2:42 PM IST

लाहौर (पाकिस्तान) : पाकिस्तान के अरशद नदीम को 2024 पेरिस ओलंपिक की तैयारी के दौरान सुविधाओं के मामले में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन पाकिस्तान ने स्वर्ण जीतने की उनकी उपलब्धि का जश्न मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. लाहौर पहुंचने पर एथलीट का हीरो जैसा स्वागत किया गया और भीड़ भी पागल हो गई. उनके स्वागत में पानी की सलामी दी गई, ठीक उसी तरह जैसे पिछले महीने मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) ने टी20 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत किया था.

अरशद नदीम ने जीता स्वर्ण पदक
पिछले ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा को स्वर्ण पदक जीतने के लिए कई लोगों ने बहुत सराहा था, लेकिन नदीम ने भाला फेंक के फाइनल में 92.97 मीटर की दूरी तय करके ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने 2008 बीजिंग खेलों में नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन के 90.57 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड को तोड़ा. साथ ही, नदीम ओलंपिक के इतिहास में पाकिस्तान के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बने. साथ ही, यह बार्सिलोना में 1992 के खेलों के बाद से देश का पहला पदक था.

लाहौर में अरशद नदीम का हुआ भव्य स्वागत
27 वर्षीय खिलाड़ी रविवार को लाहौर हवाई अड्डे पर पहुंचे और उनका स्वागत वाटर कैनन सलामी के साथ किया गया. फैंस में बहुत उत्साह था और वे ज़ोरदार नारे लगा रहे थे. फिर वह अपने पिता से मिले और दोनों गले मिले. उसके बाद उनके पिता ने उनके गले में माला पहनाई. भीड़ 'अरशद नदीम अमर रहे! पाकिस्तान अमर रहे!' के नारे लगा रही थी. इसके बाद पाकिस्तानी एथलीट ने एक खुली बस परेड में हिस्सा लिया.

नदीम की प्रेरणादायक कहानी
नदीम का करियर ग्राफ एक प्रेरणादायक कहानी है. उनका जन्म और पालन-पोषण पाकिस्तान के ग्रामीण पंजाब में मिट्टी के ईंटों वाले घर में हुआ था. बचपन में उनके पास पैसे नहीं थे, इसलिए घर पर बनाए गए भाले ही उनके अभ्यास का एकमात्र साधन थे. पाकिस्तानी एथलीट गेहूं के खेतों में इस खेल का अभ्यास करते थे.

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