नई दिल्ली:जेसन गिलेस्पी ने पाकिस्तान की कोचिंग से इस्तीफा देने की वजह बताते हुए कहा कि मैच से पहले प्लेइंग इलेवन के बारे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ उनका कोई स्पष्ट संवाद नहीं था और रेड-बॉल कोच के रूप में उनकी भूमिका केवल कैच प्रैक्टिस तक सीमित रह गई थी. जिससे पाकिस्तान क्रिकेट टीम को कोचिंग देने का मेरा उद्देश्य खत्म हो रहा था.
पीसीबी के साथ स्पष्ट संवाद नहीं था
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान एबीसी ग्रैंडस्टैंड शो में गिलेस्पी ने कहा, "आप सभी हितधारकों, उदाहरण के लिए चयनकर्ताओं के साथ स्पष्ट संवाद करने में सक्षम होना चाहते हैं, ताकि मैच से पहले या कम से कम मैच से एक दिन पहले मुख्य कोच के रूप में टीम के बारे में अच्छी तरह से पता चल सके."
पीसीबी के कई फैसलों से मैं अनजान था
उन्होंने यह भी कहा कि उच्च प्रदर्शन कोच टिम नेल्सन के मामले के बारे में जानकारी की कमी और चयन समिति में उनकी भूमिका कम करना उनको इस्तीफ देने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने कहा कि वह टिम नेल्सन को नहीं रखने के फैसले से पूरी तरह से अनजान थे. उन्होंने कहा, "अतीत में कुछ घटनाओं के बाद, इस मुद्दे ने मुझे आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या मेरी ज़रूरत थी या नहीं, एक महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में मुख्य कोच को अवगत न रखने से मुझे ऐसा सोचने पर मजबूर होना पड़ा."
नई चयन समिति के मुद्दे पर मुझसे कोई चर्चा नहीं हुई
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ने यह भी कहा कि मुख्य कोच को चयनकर्ताओं सहित सभी के साथ पूर्ण संवाद करने की आवश्यकता है, योजना बनाने के लिए मुझे कम से कम एक दिन पहले टीम के बारे में बताना आवश्यक है. उनका कहना है कि इन सभी मामलों के अभाव में काम करना मुश्किल हो जाता है. टिम नेल्सन मामले के बाद मुझे लगता है कि मेरा काम मुश्किल हो गया है.
बाबर आजम को बाहर करने का फैसला नई चयन समिति का था
उन्होंने आगे कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच के बाद ग्रुप पर एक टेक्स्ट मैसेज के जरिए नई चयन समिति की खबर मिली, चयन समिति के मुद्दे पर मुझसे कोई चर्चा नहीं हुई. जेसन गिलेस्पी का ये भी कहना है कि बाबर आजम को बाहर करने का फैसला नई चयन समिति का था.