नई दिल्ली : हरमनप्रीत सिंह की भारतीय हॉकी टीम को पेरिस ओलंपिक खेलों के कुछ अधूरे काम पूरे करने होंगे, जब वे यहां प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में मौजूदा विश्व कप विजेता जर्मनी से दो मैचों की द्विपक्षीय सीरीज खेलेंगे. पेरिस ओलंपिक में जर्मनी ने सेमीफाइनल में भारत को हराया था. भारत ने इसके बाद तीसरे स्थान के मैच में स्पेन को हराकर कांस्य पदक जीता, जबकि जर्मनी फाइनल में नीदरलैंड से हार गया और उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
बुधवार को भारत और जर्मनी के बीच सीरीज का पहला मैच ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि एक दशक के लंबे अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी राजधानी में लौट रही है. मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम ने आखिरी बार जनवरी 2014 में हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल के दौरान अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी की थी, जिससे यह आयोजन और भी खास हो गया है.
भारत बनाम जर्मनी सीरीज में हॉकी का रोमांच देखने को मिलेगा, क्योंकि दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिद्वंद्विता है. 2013 से अब तक दोनों टीमें 19 बार आमने-सामने हुई हैं, जिसमें भारत ने 8 मैच जीते हैं और जर्मनी ने 7 मैच जीते हैं. हाल ही में विश्व कप जीतकर और पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतकर अच्छा प्रदर्शन करने वाली जर्मनी की टीम अपना दबदबा कायम रखना चाहेगी, वहीं भारत पेरिस में सेमीफाइनल में मिली 3-2 की मामूली हार का बदला लेने के लिए बेताब होगा.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन के लिए यह सीरीज खास मायने रखती है. दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने 21 साल की उम्र में 1995 में इंदिरा गांधी गोल्ड कप में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था, जो इसी स्टेडियम में आयोजित किया गया था. अब भारतीय राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रूप में इस ऐतिहासिक स्थल पर उनकी वापसी उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है.
29 साल बाद फुल्टन अपने अनुभव और नेतृत्व का खजाना लेकर टीम में आए हैं, जिसने उनके मार्गदर्शन में उल्लेखनीय सुधार दिखाया है, जिससे एक दिलचस्प मुकाबले के लिए मंच तैयार हुआ है. इस बारे में बात करते हुए फुल्टन ने कहा, 'इस प्रतिष्ठित स्थल पर वापस आना एक खास एहसास है, जहां से लगभग तीन दशक पहले मेरी अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू हुई थी. यहां वापस आना, लेकिन इस बार भारतीय राष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में, वास्तव में उल्लेखनीय है. उत्साही घरेलू प्रशंसकों के सामने जर्मनी जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ़ सीरीज़ खेलना इस अवसर के महत्व को और बढ़ा देता है.