नई दिल्ली : भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने खुलासा किया है कि ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ, जब उन्होंने 31 जनवरी, शुक्रवार को पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20I मैच में शिवम दुबे की जगह कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर हर्षित राणा को शामिल करने का फैसला किया.
भारत ने दुबे की जगह राणा को दूसरी पारी के बीच में उतारा, क्योंकि तेज गेंदबाज जेमी ओवरटन द्वारा फेंके गए भारतीय पारी के आखिरी ओवर में उनके हेलमेट पर दो बार गेंद लगी थी.
हर्षित राणा के कन्कशन सब्सटीट्यूट पर विवाद इस सब्सटीट्यूट को लेकर खूब बवाल मच रहा है. इस मामले को लेकर इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखी, जिन्होंने दावा किया कि हर्षित राणा शिवम दुबे के लिए बिल्कुल सही रिप्लेसमेंट नहीं थे. तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने भारत की 15 रन की जीत में अहम भूमिका निभाई, क्योंकि दुबे के अर्धशतक के बाद उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 3 विकेट चटकाकर भारत की मैच और सीरीज दोनों जीत सुनिश्चित कर दी.
अपने मैच जीतने वाले प्रदर्शन के बाद, मोर्ने मोर्कल ने राणा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने के विवाद को लेकर जवाब दिया और खुलासा किया कि ड्रेसिंग रूम में लौटने के बाद दुबे को सिरदर्द हो रहा था. उन्होंने आगे कहा कि टीम ने राणा का नाम रिप्लेसमेंट के रूप में दिया था, और यह मैच रेफरी ही थे जिन्होंने यह फैसला लिया.
कोच मोर्कल ने किया बड़ा खुलासा मोर्कल ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'जहां तक मुझे पता है शिवम दुबे को सिर में चोट लगी थी और पारी के ब्रेक के दौरान उन्हें हल्के सिरदर्द के लक्षणों के साथ मैदान से बाहर जाना पड़ा. हमने उपयुक्त रिप्लेसमेंट के लिए मैच रेफरी के पास नाम भेजा और वहां से, रेफरी को यह फैसला लेना था. इसलिए फैसला लिया गया'.
उन्होंने कहा, 'हर्षित डिनर कर रहा था. उसे मैदान पर उतरने और गेंदबाजी करने के लिए जल्दी से जल्दी तैयार होना था. हां, मुझे लगा कि उसने बहुत बढ़िया काम किया. नहीं, जैसा कि मैंने कहा कि यह मेरे ऊपर की शक्तियों, मैच रेफरी के पास जाता है, उन्होंने फैसला लिया. हम केवल नाम को आगे बढ़ा सकते हैं और वहां से, यह हमारे हाथ से बाहर है. हमें इसके लिए हरी झंडी मिल गई और हमने उसे मौका दिया'.