पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 नवंबर से यहां शुरू होने वाले पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट से पहले, भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने कहा है कि टीम को वाका ग्राउंड पर 3 दिवसीय सेंटर-विकेट मैच से वह सब मिला जो वे चाहते थे.
भारत पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत करेगा, इसके बाद एडिलेड, ब्रिसबेन, मेलबर्न और सिडनी में मैच होंगे. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दो टेस्ट दौरे 2-1 के समान अंतर से जीते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई चुनौती को टीम इंडिया तैयार नायर ने BCCI द्वारा एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा 'ऑस्ट्रेलिया आने से ठीक पहले, गौती भाई (हेड कोच गौतम गंभीर), रोहित (शर्मा) ने इस बात पर चर्चा की थी कि हम इन 3 दिनों में क्या चाहते हैं. विचार यह था कि युवा और अनुभवी खिलाड़ियों को सेंटर में बहुत समय दिया जाए, ताकि वे परिस्थितियों को समझ सकें और खुद को ढाल सकें'.
बल्लेबाजों के लिए खास रणनीति नायर ने इस वीडियो में अपनी एक खास रणनीति का भी खुलासा किया. उन्होंने कहा, 'हम 4 साल बाद (ऑस्ट्रेलिया में) टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं. इसलिए, शुरू में, हमने खिलाड़ियों को बुलाया और इसे एक ऐसे खेल की तरह बनाया, जहां एक बार आउट होने के बाद आप खेल से बाहर हो जाते हैं. लेकिन फिर हमने उन्हें दूसरी बार एक और मौका देने की कोशिश की. हमें लगा कि दूसरी बार खिलाड़ियों ने बेहतर तरीके से खुद को ढाला, उन्होंने परिस्थितियों को बेहतर तरीके से समझा और वे बहुत सहज थे. हमें वह मिला जो हम चाहते थे'.
गेंदबाजों ने 15-15 ओवर फेंके नायर ने यह भी बताया कि मैच में भारतीय गेंदबाजों को किस तरह से गेंदबाजी का कार्यभार मिला. उन्होंने कहा, 'दूसरे दिन भी काफी कुछ ऐसा ही था, हम बाहर की सुविधाओं का उपयोग कर रहे थे, नेट पर अभ्यास कर रहे थे'.
सहायक कोच ने यह भी बताया कि प्रत्येक गेंदबाज ने 15 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, 'यह हमारे गेंदबाजों के आने और गेंदबाजी करने, कार्यभार संभालने और प्रत्येक को 15 ओवर गेंदबाजी करने के बारे में भी था. बूम (जसप्रीत बुमराह) ने 18 (ओवर) गेंदबाजी की, कुछ अन्य ने 18 (ओवर) गेंदबाजी की. इसलिए यह सिर्फ खिलाड़ियों को खेल की समझ में लाने के बारे में था'.