नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट मैच खेल रही है. यह बॉक्सिंग डे टेस्ट अब ड्रॉ की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. इस मैच में जब भारतीय टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रहे थे. तब कुछ ऐसा हुआ, जिसने एक बार फिर दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.
दरअसल बॉर्डर गावस्कर ट्ऱॉफी में बेल स्वाइप यानी की स्टंप पर रखी जाने वाली गल्लियों की अदला-बदली करने का दौर काफी बार देखा गया है. इसकी शुरुआत भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज से हुई थी, फिर इसमें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन शामिल हो गए. इसके बाद मिचेल स्टार्क ने भी मोहम्मद सिराज के इस टोटके को अपना था. ये ट्रिक बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी टीमों के काम कर रही है और उन्हें विकेट दिला रही है.
अब बॉक्सिंग डे टेस्ट के पांचवें दिन एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने बेल स्वाइप का पैंतरा एक बार फिर से अपनाया. लेकिन इस बार यशस्वी जायसवाल भी इस में कूद गए और उन्होंने स्टार्क द्वारा स्वाइप की गई बेल्स को दोबारा अपनी पुरानी स्थिति में पहुंचा दिया. ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने किया था, जब मोहम्मद सिराज ने बेल्स को स्वाइप किया था. तब लाबुशेन ने बेल्स को उठाकर उनकी जगह पहली वाली ही कर दी थी.
बेल स्वाइप के बाद सिराज ने लाबुशेन को आउट कर दिया था. ऐसा ही कुछ मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में हुआ, जब स्टार्क ने बेल स्वाइप कीं तो उसके अगले ही ओवर में रविंद्र जडेजा आउट होकर चले गए थे. ऐसे में इसे एक ऐसा टोटका माना जा सकता है, जो विरोधियों टीमों को विकेट दिलाकर जा रहा है. लेकिन इस बार यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के इस टोटके को उल्टा साबित कर दिया.