डेविस कप मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को घर में घुसकर 4-0 से रौंदा
भारतीय टीम 60 साल बाद डेविस कप मुकाबला खेलने के लिए पाकिस्तान के दौरे पर है. जहां भारत ने पाकिस्तान को ऐतिहासिक मुकाबले में करारी शिकस्त दी है. इस जीत के बाद भारत ने विश्व ग्रुप एक में जगह बना ली है. पढ़ें पूरी खबर....
इस्लामाबाद : भारतीय डेविस कप टीम ने युकी भांबरी और साकेत माइनेनी की आसान जीत तथा निकी पूनाचा के विजयी पदार्पण से पाकिस्तान को 4-0 से हराकर 60 साल बाद चिर प्रतिद्वंद्वी देश का ऐतिहासिक दौरा पूरा करते हुए विश्व ग्रुप एक में जगह सुनिश्चित की. युकी और साकेत ने युगल मुकाबले में जीत के साथ भारत को प्ले ऑफ में 3-0 की विजयी बढ़त दिलाई.
शनिवार को 2-0 की बढ़त हासिल करने के बाद रविवार को युकी और साकेत ने मुजम्मिल मुर्तजा और अकील खान की मेजबान टीम की जोड़ी को 6-2 7-6(5) से हराकर मुकाबले में पाकिस्तान पर भारत के दबदबे को बरकरार रखा. पाकिस्तान ने युगल मुकाबले के लिए अकील को बरकत उल्लाह की जगह उतारा क्योंकि वह करो या मरो के इस मैच में अनुभवी खिलाड़ी चाहते थे. इस मुकाबले में हार भारत की जीत तय करती.
युकी और साकेत ने हालांकि मेजबान जोड़ी को कोई मौका नहीं दिया और इस मुकाबले में दोनों टीम के बीच का अंतर साफ दिखा. पाकिस्तान की जोड़ी को साकेत की सर्विस का सामना करने में काफी परेशानी हुई. उन्होंने अपनी सर्विस पर बेहद कम अंक गंवाए और नेट पर भी शानदार प्रदर्शन किया. भारतीय खिलाड़ियों के रिटर्न भी लाजवाब रहे और युकी ने कई बार पाकिस्तान के दोनों खिलाड़ियों के बीच से विनर लगाए.
फिर 28 वर्षीय पूनाचा को मोहम्मद शोएब के खिलाफ बेमानी चौथा मैच खेलने के लिए उतारा गया जिन्होंने इसमें 6-3, 6-4 से जीत हासिल की. इसके बाद पांचवां मैच नहीं खेला गया. शोएब अपनी सर्विस से जूझते नजर आये लेकिन उनका बैकहैंड कमाल का था. शोएब के मजबूत पक्ष को महसूस करते हुए पूनाचा ने उन्हें बैकहैंड के लिए ज्यादा गेंद नहीं दीं और आसानी से जीत हासिल की. शोएब अपनी सहज गलतियों पर भी लगाम नहीं रख सके जिससे भारतीय खिलाड़ी को काफी अंक मुफ्त में मिले.
टेनिस के विश्व कप के रूप में पहचानी जाने वाली इस प्रतियोगिता में भारत की आठ मुकाबलों में पाकिस्तान के खिलाफ यह आठवीं जीत है. भारतीय टीम अब सितंबर में विश्व ग्रुप एक में हिस्सा लेगी जबकि पाकिस्तान ग्रुप दो में रहेगा. भारतीय टीम ने कड़ी परिस्थितियों और अपने आस-पास भारी सुरक्षा से अच्छी तरह सामंजस्य बैठाया और माहौल का अपने प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने दिया.
पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) ने खिलाड़ियों के चारों ओर एक सुरक्षा जाल बनाने में अच्छा काम किया. कई एजेंसियों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि यह ऐतिहासिक मुकाबला बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हो. युकी और साकेत ने शुरू से ही मुकाबले पर मजबूत पकड़ बनाए रखी. उन्होंने पहले और पांचवें गेम में अकील की सर्विस तोड़कर 4-1 की मजबूत बढ़त बना ली. पहले गेम में अकील ने बैकहैंड बाहर मारकर भारतीय जोड़ी को दो ब्रेकप्वाइंट दिए.
साकेत ने पहले अंक पर शॉट बाहर मारा लेकिन इसके बाद अकील के कमजोर रिटर्न पर आसानी से वॉली विनर लगाकर सर्विस तोड़ दी. पांचवें गेम में पाकिस्तानी दिग्गज ने फिर से सर्विस गंवाई. उनका स्मैश 30-30 के स्कोर पर बेसलाइन के ऊपर से बाहर चला गया और युकी ने दोनों विरोधी खिलाड़ियों के बीच एक जबरदस्त फोरहैंड विनर मारकर गेम अपने नाम किया.
सातवें गेम में मुर्तजा ने भारतीय जोड़ी को तीन सेट प्वाइंट दिए लेकिन मेजबान टीम के खिलाड़ियों ने तीनों अंक बचा लिए. युकी ने इसके बाद अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट भारत के नाम किया. दूसरे सेट में अकील ने अपनी सर्विस बचानी शुरू की और मुकाबला टाईब्रेकर में पहुंचाया. पाकिस्तान की जोड़ी ने अच्छी शुरुआत करते हुए 4-2 की बढ़त बनाई लेकिन युकी और साकेत ने स्कोर 5-5 कर दिया. मैच प्वाइंट पर अकील के डबल फॉल्ट के साथ भारत ने मैच और मुकाबला जीत लिया.