देहरादून (रोहित सोनी): उत्तराखंड में 28 जनवरी से होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश की नेटबाल टीम भी प्रतिभाग करेगी. यह पहला ऐसा मौका होगा, जब उत्तराखंड की नेटबॉल टीम राष्ट्रीय खेलों में भाग लेगी. इससे पहले अलग-अलग खेलों की उत्तराखंड की टीमें राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करती रही हैं, लेकिन अभी तक उत्तराखंड की नेटबॉल की टीम राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग नहीं कर पाई थी.
नेटबॉल टीम पहली बार नेशनल गेम्स में लेगी भाग: ऐसे में 38वें नेशनल गेम्स के साथ ही साल 2025 उत्तराखंड की नेटबॉल टीम के लिए बेहद खास रहने वाला है. ये टीम पहली बार 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने जा रही है, जिसकी मेजबानी उनका ही प्रदेश कर रहा है. आखिर क्या है उत्तराखंड में नेटबॉल टीम की वास्तविक स्थिति. कैसी चल रही है टीम की प्रैक्टिस. अभी तक कितने मेडल इस टीम ने जीते हैं? देखिए इस खास रिपोर्ट में.
नेटबॉल कैंप में पसीना बहा रहे संभावित खिलाड़ी: उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस बार राष्ट्रीय खेलों में 35 खेल स्पर्धाएं होंगी. इसके लिए तमाम खेलों के खिलाड़ी जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं. वहीं, उत्तराखंड की नेटबाल टीम पहली बार नेशनल गेम्स में प्रतिभाग करेगी.
उत्तराखंड नेटबॉल टीम में शामिल होने के लिए प्रदेश से कुल 60 खिलाड़ी इन दिनों प्रैक्टिस हॉल में जमकर पसीना भी बहा रहे हैं. देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में इन दिनों 30 पुरुष और 30 महिला खिलाड़ी रोजाना करीब आठ घंटे प्रैक्टिस कर रहे हैं.
बेंगलुरु में जीत चुके कांस्य पदक: पिछले साल अक्टूबर महीने में बेंगलुरु में संपन्न हुई मिक्स नेटबॉल चैंपियनशिप में उत्तराखंड की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था. प्रदेश की नेटबॉल टीम ने इस चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. ऐसे में अब नेटबॉल टीम के संभावित खिलाड़ी आगामी राष्ट्रीय खेलों को लेकर भी जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं. इनका लक्ष्य उत्तराखंड की टीम में जगह बनाकर राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के लिए मेडल जीतना है.
फिलहाल कैंप में 60 खिलाड़ी पसीना बहा रहे हैं. जल्द ही खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस के आधार पर उत्तराखंड नेटबॉल टीम का ऐलान कर दिया जाएगा. ये टीम राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेगी.
इंटरनेशनल कोच कैंप में दे रहे प्रशिक्षण: उत्तराखंड में नेटबॉल खेल की शुरुआत राज्य गठन के समय ही हो गई थी. उस समय रुड़की में इस खेल को शुरू किया गया था. टीम के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी शामिल हुए थे. ऐसे अब खिलाड़ियों को बेहतर कोच की सुविधा उपलब्ध कराए जाने को लेकर सरकार की ओर से दो इंटरनेशनल कोच विवेक सेन और आकाश बत्रा भी उपलब्ध कराए गए हैं.
ये दोनों इंटरनेशनल कोच इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं. इन दिनों कोच प्रदेश के खिलाड़ियों को खेल से जुड़ी बारीकी के साथ बेहतर टेक्नीक भी सिखा रहे हैं, ताकि उत्तराखंड को मेडल दिला सकें. इसके साथ ही गोवा की रहने वाली नेटबॉल महिला कोच सरयू जकताप भी महिला खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रही हैं.
नेटबॉल स्पोर्ट्स प्रमोशन एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के जनरल सेक्रेटरी सुरेंद्र कुमाई ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि-
यह बड़ी खुशी की बात है कि पहली बार उत्तराखंड नेटबॉल की टीम राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने जा रही है. इसको लेकर नेटबॉल के खिलाड़ी भी काफी उत्साहित हैं. साथ ही खिलाड़ी दिन-रात प्रैक्टिस कर रहे हैं, ताकि टीम उत्तराखंड को मेडल दिला सके. नवम्बर माह से शुरू हुए प्रैक्टिस सेशन में खिलाड़ी सुबह के 7 से 9.30 बजे तक ट्रेनिंग ले रहे हैं. आधे घंटे के ब्रेक के बाद फिर 11.30 बजे तक दूसरा सेशन चलता है. शाम को 4 से 7 बजे तक तीसरे सेशन में भी खिलाड़ी पसीना बहाते हैं. अगर कोई खिलाड़ी एक्स्ट्रा वर्क करना चाहता है, तो उसे पूरी सुविधा दी जा रही है.
-सुरेंद्र कुमाईं, जनरल सेक्रेटरी, नेटबॉल स्पोर्ट्स प्रमोशन एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड-
नेटबॉल एसोसिएशन को पदक की उम्मीद: साथ ही सुरेंद्र ने बताया कि नेटबॉल गेम एक नॉन कांटेक्ट गेम है. इसमें तीन इवेंट होते हैं. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है. ऐसे में इन राष्ट्रीय खेलों में जो भी बच्चे पार्टिसिपेट करेंगे और मेडल जीतेंगे, उनको न सिर्फ प्राइस मनी मिलेगी, बल्कि उनको सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ भी मिलेगा. पिछले साल अक्टूबर महीने में बेंगलुरु में हुई चैंपियनशिप में उत्तराखंड नेटबॉल की टीम ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था. इसी जोश के साथ नेटबॉल के खिलाड़ी आगे बढ़ रहे हैं, ताकि राष्ट्रीय खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए मेडल जीतें.