सीएबी के अध्यक्ष और सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष करेंगे दूसरी शादी - Snehasish Ganguly Getting Married - SNEHASISH GANGULY GETTING MARRIED
Snehasish Ganguly Getting Married : सौरव गांगुली के बड़े भाई और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के मौजूदा अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली दूसरी बार शादी करने जा रहे हैं. वह रविवार को अर्पिता चटर्जी के साथ विवाह बंधन में बंध जाएंगे. पढे़ं पूरी खबर.
कोलकाता : बेहाला के गांगुली परिवार में एक और शादी. लेकिन नई पीढ़ी नहीं, सौरव गांगुली के बड़े भाई और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के मौजूद अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली दूसरी बार शादी करने जा रहे हैं.
सीएबी के अध्यक्ष स्नेहाशीष गंगोपाध्याय बंगाल क्रिकेट के पूर्व दिग्गज हैं. 56 वर्षीय स्नेहाशीष रविवार, 21 जुलाई को अर्पिता चटर्जी के साथ विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं.
7 अगस्त को ईएम बाईपास के पास एक होटल में एक पूर्ण रिसेप्शन आयोजित किया जाएगा. एक करीबी दोस्त ने शादी की खबर की पुष्टि की. स्नेहाशीष की होने वाली पत्नी अर्पिता कोलकाता के एक प्रसिद्ध उद्योगपति की पूर्व पत्नी हैं. वह खुद एक सफल व्यवसायी हैं. उनका छत्तीसगढ़ में केमिकल का कारोबार है.
स्नेहाशीष अपनी मां और होने वाली दुल्हन के साथ (फाइल फोटो)
स्नेहाशीष और उनकी पहली पत्नी मॉम के बीच रिश्ते लंबे समय से उथल-पुथल भरे थे. मॉम ने पहले भी प्रताड़ना की शिकायत की थी. पिछले साल एफआईआर भी दर्ज हुई थी। वह रिश्ता खत्म हो चुका है. स्नेहाशीष और मॉम की एक बेटी स्नेहा है जो अमेरिका में पढ़ाई कर चुकी है और वहीं काम करती है.
पूर्व बंगाल के बाएं हाथ के बल्लेबाज और मॉम के रिश्ते के कानूनी तौर पर अलग होने के बाद ही स्नेहाशीष ने दूसरी बार शादी करने का फैसला किया. स्नेहाशीष और अर्पिता के बीच प्रेम संबंध कोई नई बात नहीं है.
अर्पिता को कई बार सोशल मीडिया पर स्नेहाशीष के परिवार के साथ देखा गया है. अर्पिता स्नेहाशीष की लंबे समय से दोस्त हैं. अर्पिता को आईपीएल मैचों के दौरान ईडन गार्डन के कॉरपोरेट बॉक्स में भी देखा गया है. अर्पिता को मैदान पर खड़े होकर शाहरुख खान के साथ सेल्फी लेते हुए भी देखा गया था. स्नेहाशीष बंगाल की क्रिकेट शासी संस्था सीएबी के अध्यक्ष हैं. उन्होंने सीएबी के सचिव का पद भी संभाला है. उन्होंने अपने क्रिकेट जीवन में बंगाल के लिए कई मैच जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दरअसल, 1989-90 के सीजन में रणजी फाइनल के लिए उनके छोटे भाई सौरव ने उनकी जगह ली थी. बंगाल आखिरी बार 1989-90 में रणजी चैंपियन बना था. चोटों ने स्नेहाशीष के अंतरराष्ट्रीय करियर में बाधा डाली.
बाद में प्रशासक की कुर्सी पर बैठे स्नेहाशीष ने ईडन गार्डन्स में कई सुधार किए. सीएबी ने विश्व कप मैचों का सफलतापूर्वक आयोजन किया. उनके कार्यकाल में ईडन की सूरत काफी बदल गई. गैलरी, क्लब हाउस का जीर्णोद्धार हुआ. बंगाल के क्रिकेट ढांचे में बदलाव आया है. पुरुषों और महिलाओं के लिए बंगाल प्रो टी20 लीग शुरू हो गई है. स्नेहाशीष अपनी निजी जिंदगी में नई पारी शुरू करने के लिए तैयार हैं.