मेलबर्न:ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025 महिला एकल के फाइनल में बेलारूस की एरिना सबालेंका को अमेरिका की मैडिसन कीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा है. इस जीत के साथ मैडिसन कीज ने अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीत लिया है. इस मैच में कीज ने सबालेंका को 6-3,2-6,7-5 के स्कोर के साथ हराया. यह मैच 2 घंटे 2 मिनट तक चला है.
मैडिसन कीज ने एरिना सबालेंका को हराकर जीता अपना पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन को नया चैंपियन मिल गया है, जब अमेरिका की मैडिसन कीज, जो दुनिया की 19वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी है, उन्होंने फाइनल में दुनिया की नंबर 1 एरिना सबालेंका की चुनौती को पार किया और शनिवार, 25 जनवरी को रॉड लेवर एरिना में धमाकेदार जीत दर्ज कर ली है. मैडिसन कीज ने पहला सेट 6-3 जीत और एरिना सबालेंका ने दूसरा सेट 2-6 जीता और मैच को निर्णायक और तीसरे सेट में पहुंचा दिया.
तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच हुआ घमासान इस मैच के अंतिम क्षणों में दोनों खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया. इन दोनों में से कोई भी खिलाड़ी हार नहीं मनना चाह रहा था. एक समय पर दोनों 5-5 गेम की बराबरी पर आ गईं थी. लेकिन इसके बाद मैडिसन कीज एक गेम जीतकर स्कोर 5-6 कर दिया. इसके बाद सबालेंका के पास वापसी कर गेम को ट्राई ब्रेकर में पहुंचाने का मौका था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाईं और कीज ने तेज रफ्तार शॉट लगाकर चैंपियन प्वाइंट हासिल कर लिया और 7-5 के स्कोर से ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025 की खिताब हासिल कर अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीत लिया है.
कीज ने अपना ग्रैंड स्लैम सपना पूरा किया क्योंकि वह रोलैंड गैरोस 2009 में स्वेतलाना कुजनेत्सोवा के बाद से दुनिया की शीर्ष दो रैंक वाली महिलाओं को किसी मेजर में हराने वाली पहली खिलाड़ी बन गईं और 2005 में सेरेना विलियम्स के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन में पहली खिलाड़ी बनीं.
कीज जो तीन सप्ताह में 30 वर्ष की हो जाएंगी, पहली बार प्रमुख खिताब जीतने वाली चौथी सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. उनसे पहले फ्लाविया पेनेटा हैं, जो 2015 में अमेरिकी ओपन का खिताब जीतने के समय 33 वर्ष की थीं. इसके बाद एन जोन्स हैं, जो 1969 में विंबलडन जीतने के समय 30 वर्ष की थीं. इसके बाद फ्रांसेस्का शियावोन हैं, जो 2010 में रोलैंड गैरोस जीतने के समय लगभग 30 वर्ष की थीं.