नई दिल्ली:खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना हर खिलाड़ी का सपना होता है और इसके लिए काफी संघर्ष की जरूरत होती है. यह संघर्ष विशेष रूप से तब और बढ़ जाता है, जब बात महिलाओं की आती है. लेकिन भारतीय महिला एथलीट जिन्होंने क्रिकेट, कुश्ती, मुक्केबाजी, बैडमिंटन जैसे खेलों में कड़ा संघर्ष कर देश का नाम रोशन किया है.
ऐसी महिला एथलीटों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है, इसका अंदाजा देने के लिए फिल्म (बायोपिक) एक बेहतरीन विकल्प है. यह फिल्म लोगों को इन खिलाड़ियों के संघर्ष की जानकारी देती है और युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करती है.
महिला एथलीटों के संघर्ष को दर्शाती 5 बायोपिक
1 - मैरी कॉम: ( मैरी कॉम -मुक्केबाज) 2014 में बनी फिल्म जो, इसी नाम की मुक्केबाज मैरी कॉम के जीवन पर आधारित है, जिसका निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है और इसका निर्माण वायाकॉम 18, मोशन पिक्चर्स और संजय लीला भंसाली ने किया है. फिल्म में प्रियंका चोपड़ा मुख्य भूमिका में हैं, दर्शन कुमार और सुनील थापा क्रमशः उनके पति और गुरु की सहायक भूमिकाओं में हैं. यह फिल्म कॉम के मुक्केबाज बनने से लेकर 2008 की विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में उनकी जीत तक के सफर को दर्शाती है. यह फिल्म प्रियंका चोपड़ा की हिंदी पार्श्व गायन की पहली फिल्म है, जिसमें उन्होंने गीत के लिए अपनी आवाज दी थी.
मेरी कॉम (IANS PHOTO)
2 - दंगल: (गीता और बबीता फोगाट - पहलवान) यह फिल्म 2016 की भारतीय हिंदी भाषा बनी थी. जिसका निर्देशन नितीश तिवारी ने किया है और इसका निर्माण आमिर खान और किरण राव ने आमिर खान प्रोडक्शंस के माध्यम से द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी इंडिया के लिए किया है. फिल्म में आमिर खान ने महावीर सिंह फोगाट की भूमिका निभाई है, जो एक महत्वाकांक्षी शौकिया पहलवान है, जो अपनी बेटियों गीता फोगाट और बबीता कुमारी को भारत की पहली विश्व स्तरीय महिला पहलवान बनने के लिए प्रशिक्षित करता है. फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा ने दो फोगाट बहनों के वयस्क संस्करण की भूमिका निभाई, जायरा वसीम और सुहानी भटनागर ने उनकी छोटी संस्करण की भूमिका निभाई, साक्षी तंवर ने उनकी मां की भूमिका निभाई और अपारशक्ति खुराना ने उनके चचेरे भाई के वयस्क रूप में नजर आए.
3 - चकदा एक्सप्रेस: (झूलन गोस्वामी - क्रिकेटर) यह प्रोसित रॉय द्वारा निर्देशित एक आगामी बॉलीवुड बायोपिक और स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है. इस फिल्म में अनुष्का शर्मा मुख्य भूमिका में नजर आएंगी. यह फिल्म जबरदस्त बलिदान की कहानी है. चकदा एक्सप्रेस भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी के जीवन और समय से प्रेरित है, और यह महिला क्रिकेट की दुनिया में एक आंख खोलने वाली फिल्म साबित होगी. ऐसे समय में जब झूल ने क्रिकेटर बनने और अपने देश को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित करने का फैसला किया, महिलाओं के लिए इस खेल को खेलने के बारे में सोचना भी मुश्किल था. यह फिल्म उनके जीवन और महिला क्रिकेट को आकार देने वाली कई घटनाओं का नाटकीय रूप है. यह फिल्म 22 दिसंबर 2025 के आसपास रिलीज हो सकती है.
झूलन गोस्वामी (IANS PHOTO)
झूलन गोस्वामी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक अनुभवी गेंदबाज और ऑलराउंडर हैं. उन्होंने 204 एकदिवसीय मैचों में 255 विकेट लिए हैं और 68 टी20 मैचों में 58 विकेट लेकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को जीत दिलाने में मदद की है.
4 - साइना नेहवाल: (बैडमिंटन) यह फिल्म 2021 में आई थी. यह साइना नेहवाल आत्मकथात्मक पर आधारित एक स्पोर्ट्स फिल्म है, जिसका निर्देशन अमोल गुप्ते ने किया है और इसका निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, सुजय जयराज और रसेश शाह ने फ्रंट फुट पिक्चर्स और टी-सीरीज के तहत किया है. बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल के जीवन पर आधारित इस फिल्म में परिणीति चोपड़ा नेहवाल की भूमिका निभा रही हैं. यह फिल्म पहले सितंबर 2020 में रिलीज होने वाली थी, लेकिन भारत में कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. इसे 26 मार्च 2021 को रिलीज किया गया था.
साइना नेहवाल (IANS Photo)
5 - शाबाश मिट्ठू: (मिताली राज - क्रिकेटर) यह फिल्म मिताली राज के जीवन पर आधारित खेल ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन श्रीजीत मुखर्जी ने किया है और इसका निर्माण वायाकॉम 18 स्टूडियो ने किया है. भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की पूर्व टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान मिताली राज के जीवन पर आधारित इस फिल्म में तापसी पन्नू मुख्य भूमिका निभा रही हैं. इसमें मिताली के जीवन के उतार-चढ़ाव और गौरवपूर्ण पलों का वर्णन किया गया है. यह फिल्म 15 जुलाई 2022 को रिलीज होगी.
मिताली राज (IANS PHOTO)
मिताली राज महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की पूर्व टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान थीं. उन्होंने भारत को 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल तक पहुंचाया. उनके जीवन पर आधारित यह फिल्म महिला क्रिकेट की दुनिया में उनकी जीवन यात्रा की घटनाओं को दर्शाती है. इसमें महिला क्रिकेट में उनके संघर्ष और रोमांचक उत्थान को दर्शाया गया है.