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महाकुंभ 2025, यूटिलिटी न्यूज; मेला क्षेत्र में अगर बीमार हो गए तो क्या करें, एक क्लिक में जानिए कहां मिलेगी मदद और इलाज? - MAHA KUMBH MELA 2025

मेडिकल इमरजेंसी होने पर कहां संपर्क करें और कहां-कहां अस्पताल हैं? काम की इस खबर में आइए जानते हैं सबकुछ.

महाकुंभ 2025, यूटिलिटी न्यूज
महाकुंभ 2025, यूटिलिटी न्यूज (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 19, 2025, 5:45 PM IST

Updated : Jan 19, 2025, 7:16 PM IST

प्रयागराजःमहाकुंभ में देश-दुनिया से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. सबसे बड़े स्नान मौनी अमावस्या पर ही 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इसको देखते हुए सरकार अलर्ट मोड पर है. सुरक्षा, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवाओं को भी किसी भी आपात स्थित से निपटने के लिए तैयार किया गया है. महाकुंभ में मुख्य स्नान पर्व के दिन सबसे बड़ी समस्या फ्री मूवमेंट की होती है. भीड़ इतनी होती है कि रास्तों पर वाहन नहीं चल सकते. ऐसे में अगर कोई आकस्मिक स्वाथ्य समस्या आ जाए ताे अस्पताल शहर के अंदर मेला क्षेत्र से 10 से 25 किलोमीटर के दायरे में हैं. ऐसे में गंभीर व्यक्ति को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना सबसे बड़ा चैलेंज है. इसको देखते हुए प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण ने 25 सेक्टरों और 25 किलोमीटर के दायरे में बसे महाकुंभ क्षेत्र में हर सेक्टर में मेडिकल हेल्प डेस्क और मोबाइल यूनिट की सुविधा दी गई है. अगर किसी को किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी आती है तो उसे चंद मिनट के अंदर संबंधित सेक्टर में ही इलाज की सुविधा मिल जाएगी.

ग्राउंड में सबसे बड़ा अस्पताल परेड, हर तरह का होगा इलाज
महाकुंभ में आने वाली संभावित भीड़ को देखते महाकुंभ में स्थापित किए गए अस्पतालों में ओपीडी, ऑपरेशन, भर्ती करने और सर्जरी का भी इंतजाम किया गया है. 400 चिकित्सकों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है. महाकुंभ का सबसे बड़ा अस्पताल परेडग्राउंड में स्थित है. परेड ग्राउंड से ही होकर श्रद्धालु शहर की तरफ से संगम के लिए जाते हैं. इस केंद्रीय अस्पताल में ओपीडी, सर्जरी, महिलाओं और बच्चों के वार्ड बनाए गए हैं. सीएमएस डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि यह देश का पहला एआई बेस्ड 100 बेड का अस्पताल है. 36 स्टाफ नर्स व 15 वार्ड ब्वाय भी तैनात किए गए हैं. यहां 36 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है. अस्पताल में हर तरह की खून की जांच, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, आंखों की जांच की सुविधा दी गई है. सीएमएस ने बताया कि इसके अलावा आकस्मिक सेवा के लिए 43 अस्थाई अस्पताल भी बनाए गए हैं. इनमें भी लगभग 400 बेड सुरक्षित रखे गए हैं. शहर के प्राइवेट अस्पतालों को भी जोड़ा गया है. उनमें भी आकस्मिक घटना होने पर 3000 बेड सुरक्षित रखे गए हैं.

महाकुंभ मेला क्षेत्र में मेडिकल सुविधाएं. (Photo Credit; ETV Bharat)
रेलवे स्टेशनों पर भी 24 घंटे चिकित्सा सेवाः उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए चिकित्सकीय टीम तैनात की गई है. आब्जर्वेशन रूम बनाए गए हैं, ताकि किसी भी श्रद्धालु की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके. स्टेशनों पर भी 24 घंटे चिकित्सा सुविधा मौजूद है. प्रायगराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी जंक्शन, प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जरवेशन रूम बनाए गए हैं. यहां डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ हमेशा मौजूद रहते हैं. इन स्टेशनों पर सभी आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण भी रखे गए हैं. 15 स्टाफ नर्स, 12 फार्मासिस्ट, 15 हॉस्पिटल अटेंडेंट और 15 हाउसकीपिंग अटेंडेंट तैनात किए गए हैं.मेडिकल इमरजेंसी पर इन नंबरों पर करें संपर्कः महाकुंभ में किसी भी आकस्मिक मेडिकल इमरजेंसी के लिए आप आपातकालीन सेवा नंबर 108 पर कॉल कर सकते है. बस आपको महाकुंभ क्षेत्र में लगे बिजली के पोल पर जगह जगह लगे क्यूआरकोड को स्कैन करना है. क्यूआर कोड को स्कैन करते ही इमरजेंसी नंबर 1920 की टीम आपके मोबाइल नंबर पर बात करेगी और आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत तो उसे दूर करेगी. इससे आपका लोकेशन भी आसानी से मदद पहुंचा रही टीम के पास चली जाएगी और कम समय में आपतक सुविधा पहुंचाई जा सकेगी. इसके अलावा पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 व आपदा हेल्पलाइन नंबर 1077 पर भी कॉलकर आप मेडिकल इमरजेंसी की जानकारी दे सकते हैं.

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Last Updated : Jan 19, 2025, 7:16 PM IST

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